दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुई हिंसा का क्या कोई बांग्लादेश कनेक्शन है? दिल्ली पुलिस इस मामले में आरोपी अंसार की कुंडली खंगाल रही है. पुलिस ने अंसार और उसके साथियों के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पुलिस के पास मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक, अंसार का जन्म भले ही जहांगीरपुरी में ही हुआ था लेकिन उसकी पारिवारिक जड़ें पश्चिम बंगाल से जुड़ी हैं. वो चाकू के साथ गिरफ्तार हो चुका है. उसपर आर्म्स एक्ट का मामला चल रहा है. यही नहीं उसके खिलाफ सट्टेबाजी के भी 5 मामले दर्ज हैं. वैसे पेशे से वो कबाड़ी का काम करता है.
जहांगीरपुरी हिंसा केस में क्राइम ब्रांच ने अंसार और उसके साथियों की बैंक डीटेल जुटानी भी शुरू कर दी है, ताकि इन सभी के बैंक खातों को खंगाला जा सके कि कहीं ये हिंसा किसी सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दी गई. अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए किसी प्रकार की कोई फंडिंग हुई है या नहीं. इसके अलावा अभी तक जिस तरह से अंसार के परिजन या अन्य आरोपियों के परिजन ये दावा कर रहे हैं कि वे लोग छोटा-मोटा काम धंधा करते हैं और उसी से अपना जीवन यापन चलाते हैं, तो ये सारे दावे भी बैंक डिटेल से पुष्टि कर लिए जाएंगे.
मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने पहले दिन जांच के दौरान मौके पर जाकर फॉरेंसिक टीम की मदद से सबूत एकत्र करने का प्रयास किया. मौके पर साइबर मोबाइल टीम भी गई ताकि डंप डेटा और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज आदि एकत्र करने का काम किया.
सोनू चिकना भी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आरोपी सोनू चिकना को गिरफ्तार कर लिया. सोनू चिकना पर हिंसा के दौरान फायरिंग करने का आरोप है. दरअसल, हिंसा का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक शख्स फायरिंग करता हुआ नजर आया. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और सोनू चिकना की तलाश में जुट गई. इस मामले में पुलिस अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन 22 के अलावा 2 नाबालिग को भी अरेस्ट किया गया है.
सोनू चिकना के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ है.दिल्ली पुलिस सोनू चिकना की गिरफ्तारी को सबसे महत्वपूर्ण बता रही है. पुलिस ने उसे सबसे दुर्दांत अपराधी बताया है.
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