पणजी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी ने मनोहर पर्रिकर पर आरोप लगाया है कि वह गोवा में मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिये राफेल लड़ाकू विमान सौदा के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ''ब्लैकमेल'' करने की कोशिश कर रहे हैं. रेड्डी ने बृहस्पतिवार को मडगांव में पार्टी की 'जन आक्रोश' रैली के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही.


गोवा में शासन की ''बहाली'' की मांग को लेकर कांग्रेस समूचे राज्य में जनाक्रोश रैली का आयोजन कर रही है. पार्टी का दावा है कि पर्रिकर की खराब सेहत के कारण प्रशासन के कामकाज पर असर पड़ा है.

रेड्डी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस संबंध में फैसला सुनाये जाने के बाद भी कांग्रेस राफेल मुद्दे पर बेवजह कोशिश कर रही है.

सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद मामले में 14 दिसंबर को नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीनचिट दे दी और इस सौदे में कथित अनियमितताओं के लिये केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को प्राथमिकी दर्ज करने के लिये निर्देश देने की मांग वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था.


शीर्ष अदालत ने कहा कि अरबों डॉलर के राफेल सौदे में फैसला लेने की प्रक्रिया पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है. पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने पर्रिकर के इस्तीफे की मांग की और कहा कि वह ''जोंक की तरह'' मुख्यमंत्री की कुर्सी से ''चिपके'' हुए हैं.

प्रदेश प्रमुख गिरीश चोडंकर, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, रवि नाईक, फ्रांसिस्को सरदिन्हा एवं कांग्रेस के अन्य नेताओं की मौजदूगी में रेड्डी ने कहा ''वह (पर्रिकर) नैतिकता की बात करते हैं, लेकिन श्रीमान मनोहर पर्रिकर के जोंक की तरह कुर्सी से चिपके रहने में क्या नैतिकता है.''

उन्होंने कहा, ''मैं जानता हूं कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्लैकमेल करने की स्थिति में हैं... क्या वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिये प्रधानमंत्री को ब्लैकमेल कर रहे हैं? हमें इस पर सोचने की जरूरत है.'' गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार ग्रहण करने से पहले पर्रिकर मोदी कैबिनेट में रक्षा मंत्री थे.

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