जयपुर: दिवाली, जिसे रोशना का एक ऐसा त्यौहार माना जाता है कि जिसमें प्रेम, जश्न और उत्साह की भरपूर मिलावट होती है, लेकिन जयपुर में एक दिवाली ऐसी भी मनी, जिसमें ख़ुशियों से ज्यादा आंदोलन था, विरोध था और ये विरोध व्यवस्था के खिलाफ था.


लोगों ने दिए जलाए, लेकिन विरोध का अंदाज़ अलग था. जयपुर के पास किसानों ने गड्ढे में खड़े होकर दिए जलाए और उनका ये विरोध मुआवज़े की को लेकर है.


दरअसल, जयपुर के पास के कुछ किसान मुआवज़े की मांग को लेकर दो अक्टूबर से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. ये लोग अपने इलाक़े की 1350 बीघा ज़मीन के मुआवज़े को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. ये ज़मीन सरकार ने साल 2010 में ली थी, लेकिन अब गाँव वाले नए भूमि अधिग्रहण क़ानून से मुआवज़ा माँग रहे हैं.

प्रशासन अब इन विरोध कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ सीधी कार्यवाही के मूड मे दिख रहा हैं. प्रशासन से इनकी वार्ता भी कई दिन पहले बंद हो चुकी है.

जयपुर विकास प्राधिकरण पर दबाव बनाने के लिए नींदड गाँव के लोगों ने अपनी ज़मीन पर गड्ढे खोद रखे हैं और ग्रामीण इन गड्ढों में खड़े रहकर अपनी माँग उठा रहे हैं. गुरुवार की रात इन ग्रामीणों ने दिवाली के दिए भी गड्ढे मे खड़े रहकर जलाए.