जयपुर: जयपुर के नाहरगढ़ स्थित मोम संग्रहालय में आने वाले पर्यटकों के स्वागत और एक कुशल गाइड की भांति सभी सूचनाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी एक ‘रोबोट’ को सौंपी जा रही है.

मोम संग्रहालय के संस्थापक निदेशक अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि रोबोट गाइड निर्माण अपने अंतिम चरण में है और जल्दी ही यह संग्रहालय में आने वाले पर्यटकों के स्वागत में लग जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘‘मोम संग्रहालय शुरू करते वक्त मैंने इसमें हमेशा कुछ नया जोड़ने का वादा किया था. उसी क्रम में मैं यह रोबोट गाइड ला रहा हूं.’’

उन्होंने कहा कि एक जमाने में पर्यटन उद्योग में प्रतिस्पर्धा नहीं थी लेकिन अब यहां भी काफी होड़ है. ‘‘मेरा यकीन पर्यटकों को हमेशा नयी चीजों से रूबरू कराने में है क्योंकि यदि आप कुछ नयी परिकल्पनाओं के साथ नहीं आएंगे तो पर्यटकों को लुभाना बहुत मुश्किल होगा.’’

श्रीवास्तव ने कहा कि मौजूदा दौर आधुनिकतम तकनीक का है. हर व्यक्ति हाइ टेक हो गया है. इसी कारण वह हर समय कुछ नया देखना चाहता है . मैने भी यही सोच कर स्मार्ट रोबोट बनाने की परिकल्पना की. रोबोट गाइड की डिजाइन और निर्माण का सिलसिला आरंभ हुआ. इसे पूरा करने में पूरा एक वर्ष लग गया. अब यह अपने अन्तिम चरण में है.

उन्होंने कहा कि पांच फुट दस इंच लंबा और 80 किलोग्राम वजन का यह रोबोट फिलहाल सिर्फ अंग्रेजी भाषा समझ सकेगा. बाद में इसमें हिन्दी समझने वाला सॉफ्टवेयर भी जोड़ा जाएगा.

रोबोट की कार्यप्रणाली को समझाते हुए कहा कि ‘ह्यूमनॉयड रोबोट’ अपना सिर घूमा सकता है. उसे दाएं-बाएं हिला सकता है. यहां तक कि वह अपनी ऊंगलियों और कंधों को भी हिला सकेगा.

श्रीवास्तव के अनुसार रोबोट में सुधार कर उसे तस्वीर और चेहरे पहचानने में भी सक्षम बनाया जाएगा.

गौरतलब है कि यह रोबोट जयपुर मोम संग्रहालय में मशहूद खिलाड़ियों, वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष यात्रियों, स्वतंत्रता सेनानियों, साहित्यकारों दिग्गज, राजपूताना शान के साथ नजर आयेगा.