Jairam Ramesh Hits Back Narendra Modi: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कैश फॉर क्वेरी घोटला (Cash for Query Scam) मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर पलटवार किया है. दरअसल, संसद के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ओर से निशाना बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार के दौरान हुए घोटालों को लेकर कांग्रेस पार्टी को घेरा था. इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर पलटवार किया.


जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ''कल अपनी लंबी आत्मप्रशंसा में PM ने UPA को कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले के लिए दोषी ठहराया. जबकि सच ये है कि इसमें 11 में से 6 बीजेपी के MP थे. यह BJP ही है जो सांसदों के निष्कासन के लिए प्रणब-दा और डॉ. सिंह द्वारा पेश प्रस्तावों पर वोट करने से भागी थी. क्या आसन PM के झूठ का पर्दाफाश करेंगे?''


जयराम रमेश का ट्वीट






क्या कहा था पीएम मोदी ने?


जयराम रमेश ने जिस कैश फॉर क्वेरी घोटाले का जिक्र किया है, दअसल, पीएम मोदी ने अपने भाषण में कैश फॉर वोट (नोट के बदले वोट) घोटाले का नाम लिया था. संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ने हर अवसर को संकट में बदल दिया और 2004 से 2014 तक सुर्खियां बटोरने वाले घोटालों को सूचीबद्ध किया, जिसमें असैन्य परमाणु समझौते के दौरान 'नोट के बदले वोट' घोटाला भी शामिल था.


क्या है कैश फॉर क्वेरी घोटाला?


'कैश-फॉर-क्वेरी' घोटाला ऑनलाइन समाचार साइट कोबरापोस्ट के एक स्टिंग ऑपरेशन से संबंधित है, जिसमें 11 पूर्व सांसदों को संसद में सवाल उठाने के बदले पैसा लेने की बात स्वीकार करते हुए दिखाया गया था. मामले में आरोपी 11 पूर्व सांसदों में से छह बीजेपी के, तीन बीएसपी के और एक-एक आरजेडी और कांग्रेस के थे. यह स्टिंग 12 दिसंबर 2005 को किया गया था. आरोपियों में शामिल पूर्व सांसदों में बीजेपी के वाई जी महाजन, छत्रपाल सिंह लोढ़ा, अन्ना साहेब एमके पाटिल, चंद्र प्रताप सिंह, प्रदीप गांधी, सुरेश चंदेल और बीएसपी के लाल चंद्र कोल, राजा रामपाल और आरजेडी के मनोज कुमार और कांग्रेस के राम सेवक सिंह के नाम थे. मामले में एक अन्य आरोपी विजय फोगाट पर बिचौलिया होने का आरोप लगा था. फोगाट का निधन हो चुका है.


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