Savarkar Remark Row: सावरकर पर टिप्पणी विवाद में कूदे जयराम रमेश, मुद्दे को खत्म करने के लिए बीजेपी-आरएसएस के सामने रख दी ये शर्त
Jairam Ramesh: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सावरकर टिप्पणी विवाद में बयान देते हुए बीजेपी-आरएसएस के सामने एक शर्त रखी है.
Jairam Ramesh in Savarkar Remark Row: स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) पर कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी को लेकर चल रहे विवाद में पार्टी नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने भी बयान दिया है. वरिष्ठ कांग्रेसी जयराम रमेश ने बीजेपी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है. जयराम रमेश ने कहा, ''जिस दिन बीजेपी और आरएसएस हमारे नेताओं के बारे में झूठ बोलना बंद करेंगे, हम उस दिन उनके नेताओं के बारे में सच बोलना बंद कर देंगे.''
महाराष्ट्र में एक प्रेस वार्ता में एक सवाल का जवाब देते हुए जयराम रमेश ने कहा, ''मामला अभी खत्म नहीं हुआ है. मैं पिछले तीन दिनों से बयान देता आ रहा हूं. जिस दिन बीजेपी और आरएसएस हमारे नेताओं के बारे में झूठ बोलना बंद करेंगे, हम उस दिन उनके नेताओं के बारे में सच बोलना बंद कर देंगे.''
जिस दिन BJP-RSS के लोग कांग्रेस के नेताओं के बारे में झूठ बोलना बंद कर देंगे, उस दिन हम उनके नेताओं के बारे में सच बोलना बंद कर देंगे : श्री @Jairam_Ramesh pic.twitter.com/d2BSZ3q8rm
— Congress (@INCIndia) November 20, 2022
सुधांशु त्रिवेदी के महाराज शिवाजी को लेकर बयान पर मचा बवाल
जयराम रमेश ने बीजेपी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी के एक कथित विवादित बयान का उल्लेख करते हुए बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधा. एक टीवी डिबेट के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने सावरकर के माफीनामा विवाद को लेकर छत्रपति महाराज शिवाजी का उदाहरण दिया था. सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो में सुधांशु त्रिवेदी कहते देखे जा रहे हैं, ''देखिये जो उन्होंने (राहुल गांधी और कांग्रेस ने) कहने का प्रयास किया कि सावरकर जी ने मांफी मांगी है तो माफीनामे की जो बात है वो तो उस जमाने में बहुत से लोग एक प्रेसक्राइब्ड फॉर्मेट में बाहर निकलने के लिए माफी मांगते थे, छत्रपति शिवाजी ने पांच बार पत्र लिखा था औरंगजेब को, तो उसका मतलब क्या.. मगर शपथ तो नहीं ली न ब्रिटिश संविधान की.''
सुधांशु त्रिवेदी के इस कथित बयान पर जयराम रमेश ने कहा, ''अब हम बीजेपी असल चेहरा जानते हैं. आप सब जानते हैं कि सुधांशु त्रिवेदी ने क्या कहा. वह मेरे राज्यसभा के साथी हैं. अब मुद्दे को रुकना चाहिए.''
यहां से शुरू हुआ था विवाद
राहुल गांधी ने हाल में महाराष्ट्र में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान एक सभा में एक कागज दिखाते हुए सावरकर की चिट्ठी का जिक्र किया था. राहुल गांधी ने कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों को माफीनामा लिखा था और जेल से छूटने के बाद उनसे पेंशन ली थी. राहुल गांधी के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति भी गरमा गई थी. एकनाथ शिंदे सरकार और ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने भी राहुल गांधी के बयान की आलोचना की थी. सांसद राउत ने यहां तक कह दिया था कि वीर सावरकर के प्रति ऐसे बयानों से महाविकास अघाड़ी गठबंधन में दरार आ सकती है.
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