Jairam Ramesh Reply on Mamata Decision: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सूबे में अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है, "कभी कभी स्पीड ब्रेकर आते हैं. कभी-कभी लाल बत्ती आती है लेकिन इसके मायने ये नहीं है कि हम सफर से पीछे हट जाएं. स्पीड ब्रेकर को हम पार करते हैं. कल यही सवाल राहुल गांधी से पूछा गया था. उन्होंने कहा कि हम ममता बनर्जी और टीएमसी के बिना इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते."
कांग्रेस नेता ने आगे कहा- ममता ने कल कहा था कि हम बीजेपी को हराएंगे. हम (कांग्रेस) इसी भावना के साथ बंगाल में प्रवेश कर रहे हैं. बीच का रास्ता जरूर निकाला जाएगा. पश्चिम बंगाल में भी इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा और उसमें सभी पार्टियों का सहयोग होगा.
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
पश्चिम बंगाल सीएम ने इससे पहले कहा, "कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी कोई चर्चा (शट शेयरिंग पर) नहीं हुई. मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे. मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हैं. हम अकेले ही BJP को हरा देंगे. मैं INDIA गठबंधन का हिस्सा हूं. राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है लेकिन हमें इसके बारे में सूचित नहीं किया गया है." ममता बनर्जी ने यह घोषणा ऐसे वक्त पर की जब कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बंगाल में प्रवेश करने वाली है. राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 जनवरी को बंगाल में कूचबिहार के रास्ते प्रवेश करेगी.
कांग्रेस-टीएमसी में ऐसी रही है ट्यूनिंग
ममता बनर्जी पहले कांग्रेस का ही हिस्सा थीं. 1998 में बंगाल में ममता बनर्जी ने कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी टीएमसी बनाई. 2011 में उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन कर लेफ्ट को सत्ता से बेदखल किया लेकिन एक साल बाद ही दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया. 2012 में ममता बनर्जी ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया. उस वक्त से कांग्रेस और टीएमसी अलग-अलग चुनाव लड़ती आ रही हैं. अलग चुनाव लड़ने का ये सिलसिला सिर्फ बंगाल तक ही सीमित नहीं है. पिछले कुछ सालों में टीएमसी ने गोवा, त्रिपुरा और मेघालय में भी कांग्रेस के खिलाफ ताल ठोकी है.
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