जयराम रमेश ने मोदी सरकार की टीकाकरण नीति पर उठाया सवाल, कहा- वास्तव में कोई नीति ही नहीं है
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति को लेकर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की टीकाकरण को लेकर कोई नीति ही नहीं है.
नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति को लेकर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की टीकाकरण को लेकर कोई नीति ही नहीं है.
जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “मोदी की टीकाकरण नीति (खासतौर से 18-44 आयुवर्ग के लिए) वास्तव में कोई नीति ही नहीं है. यह अत्यंत अन्यायी है. टीकों की भारी कमी, कोविन बुकिंग को अनिवार्य करने की वजह से अधिकांश का छूट जाना, सुप्रीम कोर्ट में दिए गए सरकारी हलफनामे के अनुसार, 50 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पतालों के लिए.”
मोदी की टीकाकरण नीति,खासतौर से 18-44 आयुवर्ग के लिए, वास्तव में कोई नीति ही नहीं है।यह अत्यंत अन्यायी है!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 12, 2021
1.टीकों की भारी कमी
2.कोविन बुकिंग को अनिवार्य करने की वजह से अधिकांश का छूट जाना
3.सुप्रीम कोर्ट में दिए गए सरकारी हलफनामे के अनुसार,50 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पतालों के लिए
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को केंद्र की वैक्सीनेशन पॉलिसी पर निशाना. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "भारत सबसे बड़ा टीका उत्पादक देश है. बीजेपी सरकार ने 12 अप्रैल को टीका उत्सव मना दिया, लेकिन टीके की कोई व्यवस्था नहीं की और इन 30 दिनों में हमारे टीकाकरण में 82 फीसदी की गिरावट आई."
भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 12, 2021
भाजपा सरकार ने 12 अप्रैल को टीका उत्सव मना दिया, लेकिन वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं की और इन 30 दिनों में हमारे टीकाकरण में 82% की गिरावट आई।
मोदी जी वैक्सीन फैक्ट्रियों में गए, फोटो भी खिंचाई मगर उनकी सरकार ने वैक्सीन का पहला ऑर्डर 1/2 pic.twitter.com/5VEOhQNbmN
उन्होंने सवाल किया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीका बनाने वाली कंपनियों में गए, फोटो भी खिंचाई मगर उनकी सरकार ने टीके का पहला ऑर्डर जनवरी 2021 में क्यों किया? अमेरिका और अन्य देशों ने हिंदुस्तानी टीका कंपनियों को बहुत पहले ऑर्डर दे रखा था. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?' उन्होंने कहा कि घर-घर टीका पहुंचाए बिना कोरोना महामारी से लड़ना असंभव है.
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