Parliament Session: राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार (28 जून) को उप सभापति जगदीप धानखड़ पर प्रक्षपात करने का आरोप लगाया. ऊपरी सदन में शुक्रवार को विपक्ष नीट मामले को लेकर बहस करना चाहता था, लेकिन हंगामे के बाद सदन को दोपहर 1 बजे तक स्थगित कर दिया गया था. सदन से बाहर निकलकर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "राज्यसभा के उपसभापति ने जानबूझकर मुझे नजरअंदाज करके मेरा अपमान किया. उनका ध्यान खींचने के लिए मैं अंदर(वेल में) गया."
जयराम रमेश ने बीजेपी पर कसा तंज
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह प्रचारित किया जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा में विपक्ष के पहले नेता हैं, जो विरोध में सदन के वेल में आये. इस दौरान उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यादें छोटी हो जाती है... खासकर जब पुराने प्रतिद्वंद्वी नए साथी बन जाते हैं.
2019 के संसद सत्र का किया जिक्र
इस दौरान कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 2019 के संसद सत्र का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "5 अगस्त 2019 को, राज्यसभा में विपक्ष के तत्कालीन नेता गुलाम नबी आजाद सभापति की अध्यक्षता की सीट की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर बैठे थे, जो वेल का बहुत बड़ा हिस्सा है. ऐसा तब हुआ था जब अनुच्छेद 370 को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर का दर्जा पूर्ण राज्य से घटाकर केंद्र शासित प्रदेश करने के लिए विधेयक पेश किए जा रहे थे."
सभापति ने नाराजगी जताई
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के आसन के समक्ष आने को लेकर सभापति ने नाराजगी जताई. सभापति धनखड़ ने कहा ‘‘सदन में (विपक्षी सदस्यों द्वारा) जिस तरह का आचरण किया गया, वह अविश्वसनीय है, वह मेरे लिए बेहद पीड़ादायी है." उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे वरिष्ठ नेता हैं, वह सदन में विपक्ष के नेता हैं, लेकिन वह आज आसन के समक्ष आ गए.