Tanot Mata Mandir Jaisalmer: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (India Pakistan Border) से सटे तनोट मंदिर परिसर में सीमा पर्यटन विकास कार्य का भूमि पूजन व शिलान्यास किया. सीमा पर्यटन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से यहां तनोट मंदिर कॉम्प्लेक्स का निर्माण करवाया जा रहा है.


भारत सरकार द्वारा तनोट मंदिर कॉम्प्लेक्स परियोजना (Tanot Mandir Complex Project) के लिए 17 करोड़ 67 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. इस परियोजना के तहत प्रतीक्षालय, रंगभूमि, इंटर्प्रेटेशन केंद्र, बच्चों के लिए कक्ष एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिय अन्य जरूरी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा.


क्यों महत्वपूर्ण है यह परियोजना? 


पर्यटन मंत्रालय (Ministry of Tourism) की इस परियोजना से तनोट एवं भारत-पाकिस्तान से लगे जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास होगा और सीमा क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में तनोट राय माता मंदिर परिसर में पकिस्तान द्वारा हजारों बम के गोले गिराए गए थे, लेकिन कहा जाता है कि तनोट माता के चमत्कार से कोई भी गोला नहीं फटा था. 


वर्ष 1965 से सीमा सुरक्षा बल इस मंदिर की पूजा अर्चना एवं व्यवस्था का कार्यभार संभाल रहा है. सीमा सुरक्षा बल इस मंदिर को एक ट्रस्ट के माध्यम से संचालित करती है एवं प्रतिदिन सुबह-शाम माता की आरती एवं भजन संध्या का आयोजन किया जाता है. 


बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास


यहां सैलानियों के लिए बीएसएफ की ओर से डॉक्यूमेंट्री, हथियार प्रदर्शनी और फोटो गैलरी आदि लगाई जाएगी. पर्यटन विभाग प्रदेश में बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काफी समय से प्रयास कर रहा है. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटन मंत्रालय और सीमा सुरक्षा बल के साथ कई बैठक की गई. पर्यटन मंत्रालय ने राजस्थान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तनोट कॉम्प्लेक्स को पर्यटक के रूप में विकसित करने के लिए राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.


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