न्यूयार्कः भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र से इतर अपने वैश्विक समकक्षों के साथ सिलसिलेवार बैठकें की और अफगानिस्तान और हिंद प्रशांत समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. बता दें कि कोरोना महामारी की शुरुआत होने के बाद से पहली बार नेताओं की उपस्थिति में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक आयोजित हो रही है.


अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर हुई चर्चा


जयशंकर ने फिनलैंड, श्रीलंका, चिली और तंजानिया के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की. उन्होंने फिनलैंड के विदेश मंत्री पेका हाविस्तो के साथ अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा की. बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि फिनलैंड के विदेश मंत्री हाविस्तो के साथ मुलाकात की अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर चर्चा की.


श्रीलंका, चिली, तंजानिया के विदेश मंत्रियों से हुई मुलाकात


जयशंकर ने इसके बाद श्रीलंका के विदेश मंत्री जी.एल. पेइरिस से मुलाकात, चिली के विदेश मंत्री एंद्रेस अल्लामंद के साथ भी बैठक की. जयशंकर ने तंजानिया के नए विदेश मंत्री लिबर्टा मुलामुला से भी मुलाकात की. उन्होंने ब्राजील विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका, जापानी विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से भी मुलाकात की.


इटली और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से मिले जयशंकर


वहीं यूएनजीए के 76वें सत्र से इतर केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कोरिया, इटली, ऑस्ट्रेलिया के समकक्षों से मुलाकात की. इस दौरान अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. जयशंकर ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चुंग यूई-योंग से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक बातचीत की, जिसमें दक्षिणी नीति और भारत की एक्ट ईस्ट नीति शामिल है. 


अपने इटालियन समकक्ष लुइगी डि माओ के साथ बातचीत करते हुए जयशकंर ने वैक्सीन से संबंधित चुनौतियों पर चर्चा की. इटली के विदेश मंत्री लुइगी डि माओ वर्तमान G20 अध्यक्ष हैं. इसके अलावा जयशंकर ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मॉरिस पायने से भी मुलाकात की और इंडो-पैसिफिक में हाल के घटनाक्रम पर चर्चा की. 


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