Jalpaiguri Hospital Case: एंबुलेंस नहीं मिली तो कंधे पर महिला का शव ले जाने के लिए बाप-बेटे हुए मजबूर, अस्पताल बोला- सुरक्षाकर्मी जिम्मेदार
Jalpaiguri Hospital Case: कंधे पर शव ले जाते पिता पुत्र की मदद करने वाले एनजीओ के सचिव को गिरफ़्तार किया गया है. उधर अस्पताल प्रशासन ने जांच में सुरक्षा कर्मियों पर आरोप मढ़ा है.
Jalpaiguri Hospital Case: जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज में 5 जनवरी को शव ले जाने में परिवार की मदद करने वाले न्यू जलपाईगुड़ी स्वयंसेवी संगठन के सचिव अंकुर दास को कोटियाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि 5 जनवरी को वो चौंकाने वाला वीडियो सामने आया था जहां एंबुलेंस न मिलने पर पर एक पिता पुत्र महिला के शव को कंधे पर टांग कर घर ले जा रहे थे. इसी दौरान एक स्वयं सेवी संस्थान ने आगे आकर शव को एंबुलेंस से पहुंचाया था.
परिवार ने नहीं किया ठीक तरीके से संपर्क
इस घटना के बाद से विवाद खड़ा हो गया था. जलपाईगुड़ी जिला एम्बुलेंस चालक संघ और तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध आईएनटीटीयूसी ने की तरफ़ से कहा जा रहा था कि परिवार ने ठीक से प्रशासन से वाहन के लिए संपरिक नहीं किया था. यह भी आरोप है कि कुछ मीडियाकर्मियों ने शवों को कंधे पर लादकर ले जाने की तस्वीरें खींचीं जिन्हें भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया है.
एक वर्ग को बदनाम करने की कोशिश
जिला पुलिस अधीक्षक बिस्वजीत महतो ने बताया कि कोतवाली थाने में एक शिकायत दर्ज करायी गई थी.उस शिकायत में आरोप है कि घटना साज़िश है और वह एक वर्ग को बदनाम करने के लिए हुई है. लोगों के बीच माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है. वहीं, पुलिस अधीक्षक महतो ने कहा कि अंकुर दास जांच में सहयोग नहीं कर रहा था इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी भी दी है.
अस्पताल ने गठित की एक कमेटी
इस बीच जलपाइगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की तरफ़ से मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनायी गयी थी.जिसने जांच के बाद गेट पर मौजूद तीन सुरक्षा गार्डों को घटना में अपनी ड्यूटी में लापरवाही का आरोपी मानते हुए शो कॉज़ किया है.
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