नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी सामने आए हैं. उन्होंने कहा है कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून दोनों ही अलग-अलग हैं.
दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का कहना है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) में अंतर है. एक CAA है जो कानून बन गया है, और दूसरा NRC है जिसे केवल घोषित किया गया है, यह एक कानून नहीं है.
जामा मस्जिद के शाही इमाम सयैद अहमद बुखारी ने कहा विरोध करना भारत के लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है, कोई भी हमें ऐसा करने से नहीं रोक सकता. हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि विरोध नियंत्रण में रहकर किया जाए. हमारी भावनाओं को नियंत्रण में रखना सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.
कानून के लेकर दिल्ली में हुआ हिंसक प्रदर्शन
देश की राजधानी में पिछले तीन दिन से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. पहले जामिया, फिर कल दिन में सीलमपुर और शाम होते होते बृजपुरी में भीड़ हिंसा पर उतारू हो गई. हर जगह लोग नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर सड़क पर उतरते हैं और फिर अचानक ये विरोध पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ में बदल जाता है. कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों की वजह से भी विरोध प्रदर्शन हिंसक हो रहा है.
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