(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'खामोशी बरतनी चाहिए', भारत के मुसलमानों को कारोबारी जफर सरेशवाला ने क्यों दी ये नसीहत
Jamia Millia Islamia Diwali Celebrations: 22 अक्टूबर की शाम को यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 7 के भीतर कुछ छात्रों ने रंगोली और दीयों के साथ छेड़छाड़ की और फिलिस्तीन के समर्थन में नारे भी लगाए.
दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिवाली समारोह के दौरान हुई झड़प का मामला बढ़ता जा रहा है. यूनिवर्सिटी की छवि को नुकसान पहुंचाने के प्रयास को गंभीरता से लेते हुए जामिया ने परिसर में दिवाली समारोह में बाधा डालने के लिए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. जामिया के जनसंपर्क विभाग के अनुसार, 22 अक्टूबर 2024 की शाम को छात्रों की ओर से आयोजित दिवाली समारोह में बाधा डालने के मकसद से कुछ अज्ञात लोग परिसर में घुस आए थे.
दरअसल 22 अक्टूबर की शाम को दिवाली समारोह मनाया जा रहा था. ये समारोह हर साल मनाया जाता है क्योंकि इसके बाद छात्र अपने घर छुट्टियों के लिए चले जाते हैं. आरोप है कि यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 7 के भीतर कुछ छात्रों ने रंगोली और दीयों के साथ छेड़छाड़ की और फिलिस्तीन के समर्थन में नारे भी लगाए. आरोप लगा कि कुछ छात्रों ने हिंदू छात्राओं से हिजाब पहनने तक की नसीहत दे दी.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हिजाब का है चलन?
मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के पूर्व चांसलर और कारोबारी जफर सरेशवाला ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "जामिया में करीब 60 प्रतिशत बच्चों गैर मुस्लिम हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लड़कियां ठीक-ठाक पैमाने में हिजाब पहनती हैं, लेकिन जामिया में ऐसा नहीं है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया में मुसलमान लड़कियां भी शायद ही हिजाब पहनी दिखती हैं."
उन्होंने मुसलमान समुदाय को लेकर कहा, "हमें संजीदगी से काम करने की जरूरत है. शांति की पहल करने की जरूरत है." जफर सरेशवाला ने कहा कि मुसलमानों को उकसाया जाता है, इसलिए हमें खामोशी बरतनी चाहिए.
जफर सरेशवाल ने कहा, "अगर किसी मस्जिद के सामने कोई म्यूजिक बजाकर हमें उकसाने की कोशिश करता है तो हमें खामोशी बरतनी चाहिए. हमें अपनी तालीम पर फोकस करना चाहिए. हमें सोचना चाहिए कि हमारे कौम के लोग आईएएस में क्यों नहीं जा पा रहे, नीट की परीक्षा में हमारा प्रतिनिधित्व कम क्यों है."
जामिया को मिले नए वाइस चांसलर?
इन खबरों के बीच जामिया मिलिया इस्लामिया को नया वाइस चांसलर मिल गया है. केंद्र सरकार ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लैंग्वेज के प्रो. मजहर आसिफ को वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति पांच साल के लिए की गई है. केंद्र सरकार की उप सचिव श्रेया भारद्वाज ने इस संबंध में जेएमआई के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर सूचना दे दी है.
JNU professor Mazhar Asif appointed Jamia Millia Islamia vice-chancellor: Union Ministry of Education
— Press Trust of India (@PTI_News) October 24, 2024
ये भी पढ़ें: