नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया के छात्रों का तीसरे दिन भी विरोध जारी, सड़कें जाम, बसों में लगाई आग
नागरिकता कानून पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद जामिया प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को पांच जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है. हालांकि आज छात्रों का प्रदर्शन काफी उग्र हो गया और उन्होंने कुछ बसों में आग भी लगा दी.
नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों का प्रदर्शन आज भी जारी है. तीसरे दिन प्रदर्शन और बड़ा हो गया है. छात्रों ने आज जामिया से विरोध मार्च निकाला जो कि हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने तीन बसों और कुछ मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. आग बुझाने आई दमकल की गाड़ी पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया, जिसमें दो दमकलकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस को गोले दागे. एहतियातन इलाके के आस पास के सड़कों को बंद कर दिया गया है.
छात्रों का ये विरोध मार्च आस पास के इलाकों से होकर गुज़रा, जिसके चलते प्रदर्शन में लोकल लोग भी शामिल हो गए. विरोध मार्च बटला हाउस और ज़ाकिर नगर से भी गुज़रा. बाद में प्रदर्शनकारी जुलैना पहुंचे और वहां रोड जाम कर दिया. इसके बाद उन्होंने मथुरा रोड की ओर भी जाने की कोशिश की, जिसके बाद होटल क्राउन प्लाज़ा के पास पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. प्रदर्शन को देखते हुए जामिया में भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है.
छात्रों ने हिंसा की निंदा की आज विरोध प्रदर्शन में जामिया के छात्रों के अलावा आस पास के इलाकों के लोगों ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान विरोध उग्र हो गया और न्यू फ्रेंड्स कोलोनी के माता मंदिर के पास प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारू हो गए और बसों में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आसू गैस के गोले दागे. जामिया के छात्रों ने हिंसा की निंदा की है और उनका कहना है कि इसमें उनका कोई हाथ नहीं है, बल्कि भीड़ में शामिल अराज तत्व ने इस हिंसा को अंजाम दिया है. इस इस प्रदर्शन में करीब पांच से सात हज़ार लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है. हालांकि फिलहाल पुलिस हालात पर काबू करने की कोशिश कर रही है.
जामिया प्रशासन ने कर दी है छुट्टी नागरिकता कानून पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद जामिया प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को पांच जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है. आमतौर पर सर्दियों की छुट्टियां हमेशा ही सेमेस्टर की परीक्षाओं के बाद दी जाती थीं, लेकिन गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए जामिया प्रशासन ने छुट्टियों को घोषित कर दिया. हालांकि कुछ छात्रों का ये भी कहना है कि प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया है जो गलत है.
बच्चों की परेशानी इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि कुछ बच्चों ने घर जाने के लिए टिकट भी बुक करवा लिए थे. वहीं प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने पहले ही घोषणा कर दी थी परीक्षा को बायकॉट करेंगे. शनिवार को भी छात्रों ने कैंपस के अंदर और बाहर नारेबाज़ी की. शाम को छात्र कॉलेज के गेट पर जमा हो गए और साथ में उन्होंने पुतला भी फूंका.
इस प्रदेशन में स्थति उस वक़्त बिगड़ गयी जब प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों ने मीडिया के ऊपर हमला किया. हलाकें बाद में छात्रों दवारा जारी स्टेटमेंट ने इस हमले का विरोध किया और इसे बाहरी तत्व की करतूत बताया.
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइज़री इस बीच प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइज़री जारी की है. ओखला अंडरपास से सरिता विहार जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने ये भी जानकारी दी है कि न्य फ्रेंड्स कोलोनी से होकर गुज़रने वाले मथुरा रोड को भी प्रदर्शनकारियों ने जाम कर दिया है.