नई दिल्लीः जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. यूनिवर्सिटी ने छात्रों को पीटने और लाइब्रेरी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की 'क्रूर कार्रवाई' के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन की शिकायत ले ली गई है. हालांकि, अभी तक एफआईर दर्ज नहीं हुई है.
यूनिवर्सिटी सूत्रों के मुताबिक पुलिसिया कार्रवाई में करीब 25.5 करोड़ का नुकसान पहुंचा है. इस कार्रवाई में लाइब्रेरी में मोजूद टेबल-कुर्सी, सीसीटीवी, लाइब्रेरी के दरवाजे समेत कई चीजों को नुकसान पहुंचा है.
बता दें कि नागरिकता कानून के विरोध में जामिया में प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस दौरान पुलिस यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों पर लाठीचार्ज किया. इस घटना में कई छात्र घायल हो गए थे. इस दौरान पुलिस ने छात्रों को खदेड़ने के लिए लाइब्रेरी के अंदर आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे.
लाइब्रेरियन तारिक अशरफ ने कहा, ''लाइब्रेरी में सबसे ज्यादा नुकसान कांच के शीशे का हुआ है. सीसीटीवी, ट्यूबलाइट भी क्षतिग्रस्त हैं. शुक्र है कि कोई किताब को नुकसान नहीं पहुंचा है.''
चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ जामिया नगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने यह भी जोड़ा, ''पुलिस लाठीचार्ज के दौरान पुलिसकर्मी गेट नंबर 4 और 7 के रास्ते जबरन यूनिवर्सिटी परिसर में दाखिल हुए और लड़कों, लड़कियों दोनों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया.''
वसीम अहमद खान ने बताया, ''यूनिवर्सिटी के कई छात्रों को गंभीर चोटें आईं और उनका इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है. पुलिसकर्मियों ने मुख्य पुस्तकालय के गेट को तोड़ दिया. लाइब्रेरी के पढ़ रहे छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े.''
शिकयत में उन्होंने बताया, ''पुलिसकर्मियों की अकारण कार्रवाई से यूनिवर्सिटी से संबंधित सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है. आपसे अनुरोध है कि उन पुलिसकर्मियों के गैरकानूनी काम पर संज्ञान ली जाए.''
वसीम अहमद ने बताया, ''पुलिस ने निर्दोष छात्रों को बुरी तरह पीटा था और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था. इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करने और गलती करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाए.''
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