(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा की जामिया के छात्रों ने की निंदा, कहा- हम तब भी शांत रहे जब हम पर लाठीचार्ज हुआ
आज जामिया इलाके में निकाले गए विरोध मार्च ने हिंसक रूप ले लिया था. प्रदर्शनकारियों ने तीन बसों में और कुछ बाइक में आग लगा दी थी, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. हालांकि इस हिंसक प्रदर्शन से जामिया के छात्रों ने खुद को अलग कर लिया है.
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों ने आज इलाके में हुई उग्र हिंसा से खुद को अलग कर लिया है. छात्रों ने एक बयान जारी कर विरोध प्रदर्शन में हुई इस हिंसा की निंदा की है. आज नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में तीसरे दिन जामिया के छात्रों ने विरोध मार्च निकाला था. इस विरोध में मार्च में बड़ी मात्रा में स्थानीय लोगों के शामिल होने की भी खबर है.
छात्रों ने अपने बयान में कहा, "जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र आज हुई हिंसा से खुद को अलग करते हैं. हमने हर बार इस बात का खयाल रखा है कि विरोध शांति और अहिंसक हो. हम अपने इस नज़रिए पर कायम हैं और इसमें किसी भी पार्टी के शामिल होने की निंदा करते हैं."
बयान में आगे कहा गया, "हम उस वक्त भी शांत रहे जब छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ और कुछ महीला प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह से पीटा गया. मीडिया के लोग इसके गवाह है. कुछ तत्वों द्वारा हिंसा वास्तविक विरोध प्रदर्शन को बदनाम करने का प्रयास है." जामिया के छात्रों ने इस संदेश को सभी से साझा करने के लिए भी कहा है.
नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया के छात्रों का तीसरे दिन भी विरोध जारी, सड़कें जाम, बसों में लगाई आग
आपको बता दें कि आज जामिया इलाके में निकाले गए विरोध मार्च ने हिंसक रूप ले लिया था. प्रदर्शनकारियों ने तीन बसों में और कुछ बाइक में आग लगा दी थी, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था और साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे. हालांकि अब पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है.
जामिया प्रशासन ने कर दी है छुट्टी नागरिकता कानून पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद जामिया प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को पांच जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है. आमतौर पर सर्दियों की छुट्टियां हमेशा ही सेमेस्टर की परीक्षाओं के बाद दी जाती थीं, लेकिन गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए जामिया प्रशासन ने छुट्टियों को घोषित कर दिया. हालांकि कुछ छात्रों का ये भी कहना है कि प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया है जो गलत है.
बच्चों की परेशानी इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि कुछ बच्चों ने घर जाने के लिए टिकट भी बुक करवा लिए थे. वहीं प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने पहले ही घोषणा कर दी थी परीक्षा को बायकॉट करेंगे. शनिवार को भी छात्रों ने कैंपस के अंदर और बाहर नारेबाज़ी की. शाम को छात्र कॉलेज के गेट पर जमा हो गए और साथ में उन्होंने पुतला भी फूंका.
इस प्रदेशन में स्थति उस वक़्त बिगड़ गयी जब प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों ने मीडिया के ऊपर हमला किया. हलाकें बाद में छात्रों दवारा जारी स्टेटमेंट ने इस हमले का विरोध किया और इसे बाहरी तत्व की करतूत बताया.
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइज़री इस बीच प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइज़री जारी की है. ओखला अंडरपास से सरिता विहार जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने ये भी जानकारी दी है कि न्य फ्रेंड्स कोलोनी से होकर गुज़रने वाले मथुरा रोड को भी प्रदर्शनकारियों ने जाम कर दिया है.