नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कैराना में 28 मई को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. फूलपुर और गोरखपुर हार चुकी बीजेपी यहां फूंक फूंक कदम रख रही है. वहीं विपक्ष एक बार बीजेपी को हराने का दावा कर रहा है. इस बीच कैराना चुनाव के लिए जमीयत उलेमा हिंद ने मुस्लिमों से मोदी के खिलाफ वोट की अपील की है. बता दें कैराना में वोटिंग से एक दिन पहले कैराना से सटे बागपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली भी करने वाले हैं.


जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना हसीब सिद्दीकी ने कहा, ''मोदी सरकार से पूरा हिंदुस्तान और पूरी सियासी जमात परेशान और दुखी है. भाजपा सरकार से उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह तमाम मुल्क के लोगों के फायदे की बात करें. इसलिए विपक्ष ने जो प्लेटफॉर्म बनाया है वह एक अच्छी शुरूआत है.''


उन्होंने कहा, ''इसके साथ-साथ जहां भी चुनाव चल रहे हैं और चुनाव होने जा रहे हैं वहां के लोगों को चाहिए कि वह अपने वोट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. ऐसा ना हो की पोलिंग प्रतिशत कम होने से बीजेपी को फिर खड़े होने का मौका मिले. इसलिए मेरी सभी से अपील है कि सभी लोग ज्यादा से ज्यादा वोट वोट करें और मुल्क को आगे ले जाने में मदद करें. मुस्लिम लोग भी क्योंकि रमजान का महीना है, गर्मी भी है."


कैराना में बीजेपी सांसद हुकुम के निधन के चलते उपचुनाव हो रहा है. यहं बीजेपी ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को मैदान में उतारा है तो विपक्ष की ओर से आरएलडी के टिकट पर तबस्सुम चुनाव लड़ रही हैं. मौलाना हसीब सिद्दीकी ने कहा, ''हुकुम सिंह की बेटी आज तबस्सुम के खिलाफ खड़ी है. हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि वो बीजेपी की कैंडेडट है और उसे हराना है. बीजेपी को नकारने के लिए मुसलमानों को तबस्सुम को वोट देना चाहिए.''


कैराना लोकसभा सीट पर करीब साढ़े 15 लाख वोटर हैं. इनमें से साढ़े 5 लाख मुस्लिम, 2 लाख दलित और पौने 2 लाख (1.40) जाट हैं. बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुआ महागठबंधन इसी समीकरण पर दांव खेल रहा है. दूसरी और बीजेपी को उम्मीद है कि बाकी बचे पौने सात लाख हिंदू वोट उन्हीं को मिलेंगे. यहां 28 मई को चुनाव है और 31 को वोटों की गिनती होगी.