Nuh Violence: 'नूंह में हिंसा का पहले से ही बना था प्लान', जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष ने क्यों कही ये बात?
Haryana Violence: हरियाणा के नूंह जिले में एक धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा भड़की थी. जो बाद में गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में फैल गई थी. हिंसा में दो होमगार्ड समेत छह लोगों की मौत हुई है.
Jamiat Ulama-i-Hind On Nuh Violence: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani) ने नूंह हिंसा को पहले से प्लान और दिल दहलाने वाली करार दिया. उन्होंने रविवार (6 अगस्त) को एक बयान जारी कर कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल ने नूंह, मेवात और आसपास के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. उन्होंने दंगा प्रभावित क्षेत्रों की जो रिपोर्ट पेश की है वो दिल दहलाने वाली है.
मौलाना अरशद मदनी ने आगे कहा कि रिपोर्ट से ये बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि दंगा पहले से प्लान था. इसमें पुलिस और प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही है, जिसके कई वीडियो वायरल हो चुके हैं. हरियाणा के नूंह जिले में बीती 31 जुलाई को वीएचपी की धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. जिसमें होमगार्ड के दो जवान सहित छह लोगों की मौत हो चुकी है.
नूंह हिंसा में अब तक 216 से ज्यादा गिरफ्तार
ये हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई थी. हिंसा को लेकर अब तक 106 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 216 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 24 एफआईआर सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ हैं और चार लोगों को सोशल मीडियो पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया है.
हरियाणा सरकार का बुलडोजर एक्शन जारी
हरियाणा सरकार ने हिंसा के बाद नूंह में अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विध्वंस अभियान चला रखा है. नूंह जिला प्रशासन ने तोड़फोड़ अभियान के चौथे दिन रविवार को एक होटल को बुलडोजर से ढहाया है.
अधिकारियों का मानना है कि नूंह में हिंसा तब शुरू हुई जब कुछ लोगों ने इस होटल की छत से धार्मिक जुलूस पर पथराव किया. इससे पहले शनिवार को नूंह में मेडिकल स्टोर समेत करीब एक दर्जन दुकानें तोड़ दी गई थीं. अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ अवैध निर्माण कथित रूप से हिंसा में शामिल लोगों के भी हैं.
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