Jamiat Ulema-e-Hind Conference: मौलाना अरशद मदनी के बयान पर बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने तीखा हमला किया है. यादव ने कहा कि ऐसे लोग देश को तोड़ना चाहते हैं और देश को गुमराह करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पता नहीं वह किस इतिहास या ज्ञान की बात कर रहे हैं क्योंकि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है. 


दरअसल, मौलाना अरशद मदनी के उस बयान पर विवाद हो गया है जिसमें उन्होंने भगवान राम, शिव से पहले अल्लाह थे. साथ ही मदनी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को लेकर भी बयान दिया है. अरशद मदनी ने कहा, "जब न श्री राम थे और न शिव थे तो मनु किसको पूजते थे? कोई कहता जैन शिव को पूजते थे. बहुत ने कहा ओम को पूजते थे. हवा को पूजते थे, जो हर जगह थे. इसी को तो हम अल्लाह कहते हैं. मनु यानी आदम है. ये दुनिया का इतिहास है."


उनके पूर्वज भी हिंदू थे- हरनाथ यादव


उन्होंने कहा, "हर जगह की मिट्टी लेकर अल्लाह ने आदम यानी मनु की औलाद को बनाया. सबसे पहले ला इलाहा इल्लाह की आवाज भारत की धरती पर उतरी." बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि मोहन भागवत कहते हैं कि सब का डीएनए एक है सब के पूर्वज एक हैं और यह बात सिर्फ मोहन भागवत ही नहीं बल्कि खुद गुलाम नबी आजाद भी मान चुके हैं कि उनके पूर्वज भी हिंदू थे.


देश में एक कानून और एक संविधान चलेगा


बीजेपी सांसद ने आगे कहा, रही बात मौलाना अरशद मदनी के बयान की तो उनको समझना होगा कि देश में एक कानून और एक संविधान चलेगा जो संविधान हिंदुओं पर लागू होता है, वही मुसलमानों पर लागू होता है. ऐसे में उनके लिए अलग नियम नहीं रह सकते.


जमीयत उलेमा-ए-हिंद के 34वें अधिवेशन में मदनी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के लिए आपत्तिनजक शब्दों का भी इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि अल्लाह ने इसी धरती पर मनु यानी आदम को उतारा है, जिनकी पत्नी हव्वा हैं जिनको तुम हेमवती कहते हो. ये हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबके पूर्वज हैं. 


यह भी पढ़ें: Maharashtra: महाराष्ट्र के नए राज्यपाल रमेश बैस के सामने क्या होगी चुनौती? नई जिम्मेदारी आसान नहीं रहने वाली