जम्मू: जम्मू कश्मीर राज्य शिक्षा बोर्ड के दसवीं के नतीजे सामने आ गए हैं. जम्मू डिविजन में लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों पर बाजी मार ली है. वहीं रिजल्ट के बाद मेरिट लिस्ट में नाम न आने से आहत एक छात्र ने खुद को फांसी लगा कर जान दे दी. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी है.


खेत में फांसी लगाकर दी जान


मामला जम्मू के सीमावर्ती इलाके रामगढ़ का है जहां एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र अमनदीप ने साल भर दसवीं के अच्छे नतीजे पाने के लिए जमकर मेहनत की थी और इसीलिए उसे भरोसा था कि सोमवार को जम्मू में घोषित दसवीं के नतीजों में उसका नाम मेरिट लिस्ट में होगा. लेकिन, परीक्षा के नतीजों में अपना नाम मेरिट लिस्ट में न पाने से अमनदीप आहत हो गया और मंगलवार दोपहर बाद वो घर से निकल गया.


गांव के बाहर के खेतों में जाकर एक पेड़ पर फांसी लगाकर अमनदीप ने जान दे दी. गांव वालो ने जब अमनदीप को पेड़ से लटका देखा तो तुरंत उसके परिजनों को इसकी सूचना दी. इसके बाद मानो गांव में मातम पसर गया. इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी और अमनदीप के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.


जम्मू में 70 फीसदी रहा रिजल्ट


इससे पहले जम्मू में सोमवार को स्टेट बोर्ड के घोषित दसवीं कक्षा के नतीजों में लड़कियों ने बाज़ी मार ली. जम्मू संभाग के लिए घोषित किये गए इन नतीजों में 72 फीसदी लड़कियां जबकि 68 फीसदी लड़के पास हुए हैं.


जम्मू कश्मीर स्टेट बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन की तरफ से जारी नतीजों में कुल 70 फीसदी छात्र पास हुए. बोर्ड के मुताबिक 29 फरवरी से 18 मार्च तक जम्मू संभाग के 10 ज़िलों में हुई परीक्षाओं में कुल 53,807 विद्यार्थी शामिल हुए, जिनमें से 37,458 विद्यार्थी पास हुए.


बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 3465 विद्यार्थियों ने ए-1 ग्रेड, 4999 ने ए-2 ग्रेड, 6033 ने बी-1 ग्रेड, 7549 ने बी-2 ग्रेड, 8469 ने सी-1 ग्रेड, 6229 ने सी-2 ग्रेड और 723 ने डी ग्रेड हासिल किया. बोर्ड के मुताबिक इस साल कोरोना संरकमण के चलते परीक्षाओं से उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में कई तरह की परेशानिया सामने आयीं, लेकिन बोर्ड के कर्मचारियों और शिक्षकों के प्रयासों के चलते दसवीं के नतीजे समय पर घोषित किये गए.


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