जम्मू: अपने दो दिनों के दौरे पर जम्मू कश्मीर पहुंचे विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल आज जम्मू में विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से मिलेगा। यह प्रतिनिधिमंडल विस्तापित कश्मीरी पंडितों की सब से बड़ी बस्ती जगती भी जाएगा. जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पहली बार आज हालात का जायजा लेने भारत में तैनात विदेशी उच्चायुक्तों और राजदूतों का एक प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर पहुंचा है. इससे पहले यूरोपियन यूनियन के एक सांसदों का दस्ता भी कश्मीर का दौरा कर चुका है.


कश्मीर पहुंचे इस प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर में कश्मीर की आम जनता से मुलाकात की. जिसमें आम लोगों ने पाकिस्तान पर कश्मीर में अस्थिरता फैलाने का आरोप लगाते हुए मांग की कि इन सभी देशों को पाकिस्तान पर कश्मीर में दखल नहीं देने का दबाव डालना चाहिए. लोगों ने पाकिस्तान के कश्मीर में भारत द्वारा किए गए अत्याचार के आरोपों को भी सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट कहा कि कश्मीर का एक इंच भी पाकिस्तान को नहीं दिया जाएगा.


एबीपी न्यूज़ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आम लोगों ने विदेशी राजनयिकों के सामने हालांकि ये जरूर माना कि कुछ दिक्कतें अभी भी हैं, जिन्हें सरकार द्वारा दूर किया जाना चाहिए. मगर इस बात की भी सराहना की कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की गोली से किसी एक व्यक्ति की भी जान नहीं गई.


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