जम्मू: अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने प्रदेश में करीब 5000 उद्योगों को उत्पादन करने की अनुमति दे दी है. साथ ही लॉकडाउन चार को लेकर जरूरी दिशानिर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. लॉकडाउन के चलते बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार लगातार काम कर रही है.


इसी कड़ी के चलते हैं लॉकडाउन चार शुरू होते ही प्रदेश सरकार ने करीब 5000 उद्योगों को उत्पादन करने की सशर्त अनुमति दी है. इन उद्योगों को कम कर्मचारियों के साथ कोरोना को हराने के लिए सभी प्रोटोकॉल्स का ध्यान रखने को कहा गया है.


जम्मू के बड़ी ब्राह्मण इंडस्ट्रियल स्टेट में सरसों के तेल की फैक्ट्री चला रहे रोहित ग्रोवर उन 5000 उद्योगपतियों में से हैं जिन्हें सरकार ने फैक्ट्री चलाने की इजाजत दे दी है. रोहित का दावा है कि उन्हें फैक्ट्री चलाने की इजाजत कुछ शर्तों पर मिली है जिनमें कम स्टाफ की उपस्तिथि, सभी कर्मचारियों के लिए सैनिटाइजर और पीपीई किट्स और आई गियर का इंतजाम करना शामिल है.


इसके साथ ही फैक्ट्रियों में काम कर रहे कर्मचारियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखने की भी हिदायत जारी की गयी है. रोहित दावा कर रहे हैं कि मौजूदा हालातों में वह कम कर्मचारियों के साथ फैक्ट्री चला रहे हैं लेकिन साथ ही वह सरकार द्वारा जारी किए गए सभी प्रोटोकॉल्स का विशेष ध्यान भी रख रहे हैं. उनके मुताबिक जैसे ही कोई कर्मचारी फैक्ट्री में आता है तो सबसे पहले उसे सैनिटाइज किया जाता है और उसके बाद उसे पीपीई किट बनाकर फैक्ट्री में आने दिया जाता है.


वहीं फैक्ट्रियों में सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन हो इसके लिए बड़ी ब्रह्मा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने भी पहल की है. एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट अजय लंगर के मुताबिक उन्होंने कई टीमें बनाई हैं ताकि सभी फैक्ट्रियों पर यह नजर रखी जा सके कि कहीं कोई प्रोटोकॉल का उल्लंघन तो नहीं हो रहा.


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