उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बीएसएफ के बीमार कर्मी को लेने जा रहा सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिससे सह-पायलट की मौत हो गई और पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र में अग्रिम क्षेत्र में तैनात बीएसएफ के एक जवान को निकालने के लिए ‘चीता’ हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में लगा हुआ था.
रक्षा प्रवक्ता कर्नल इमरोन मुसावी ने कहा, ‘‘सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर आज दोपहर बांदीपोरा जिले के गुरेज के बरौब इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जब वह एक बीमार सैनिक को अग्रिम चौकी से निकालने के लिए नियमित मिशन पर था.’’
उन्होंने कहा कि जवान को हवाई मार्ग से निकालने से पहले बरौब के गुजरां में अग्रिम चौकी से हेलीकॉप्टर का संपर्क टूट गया था. मारे गए सह-पायलट की पहचान मेजर संकल्प यादव (29) के रूप में हुई है, जबकि घायल पायलट, लेफ्टिनेंट कर्नल-रैंक के अधिकारी को दुर्घटनास्थल से बचाया गया और उधमपुर के कमान अस्पताल ले जाया गया.
बीएसएफ के महानिरीक्षक (कश्मीर फ्रंटियर) राजा बाबू सिंह ने कहा, ‘‘मैं ऐसे कठिन निकासी अभियान चलाने वाले पायलटों के समर्पण और बहादुरी को सलाम करता हूं.’’ अधिकारियों ने कहा कि ‘चीता’ के दुर्घटनाग्रस्त होने के तुरंत बाद सेना ने बचाव अभियान शुरू किया और एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) और सैनिकों को इस अभियान के लिए तैनात किया.
उन्होंने कहा कि दोनों पायलटों को बाहर निकाल लिया गया था लेकिन मेजर यादव को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मेजर यादव 2015 में सेना में शामिल हुए थे और वह जयपुर, राजस्थान के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनके पिता हैं.’’