जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने के बाद से वहां के सरकारी विभागों में चल रहे भ्रष्टाचार पर सीबीआई लगातार शिकंजा कस रही है. इसी के तहत सीबीआई ने बिजली का मीटर लगाने के बाद उसे दस्तावेजों में दर्ज करने के बदले रिश्वत ले रहे विद्युत विकास विभाग जम्मू के कर्मचारी पवन कुमार को 6000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा.


सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को एक शख्स ने शिकायत की थी जिसमें कहा गया कि शिकायतकर्ता ने अपने आवास पर दिसंबर 2019 में विद्युत मीटर लगाने के लिए आवेदन किया था. उसके घर पर विद्युत मीटर तो लगा दिया गया लेकिन मेन इलेक्ट्रिक लाइन से उसका विद्युत मीटर नहीं जोड़ा गया. इस बाबत दस्तावेजों में भी शिकायतकर्ता का नाम नहीं जोड़ा गया. इस बाबत जब  उसने विद्युत विकास विभाग जम्मू सहायक अभियंता के यहां संपर्क किया तो उससे वहां के कर्मचारी पवन कुमार ने काम करने के बदले 6 हजार रुपए की रिश्वत मांगी.


रिश्वत स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया


आरोप है कि विद्युत विभाग के उक्त कर्मचारी ने शिकायतकर्ता को कहा कि यदि वह पैसे नहीं देगा तो उसका काम नहीं होगा और उसका नाम फाइल पर कभी नहीं चढ़ेगा. शिकायत के आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और इस जांच के दौरान रिश्वत मांगे जाने के तथ्य मिलने के बाद जाल बिछाकर आरोपी कर्मचारी पवन कुमार को रिश्वत मांगने और रिश्वत स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.


इसके बाद पवन कुमार के ठिकानों पर भी सीबीआई ने छापेमारी की. पवन कुमार को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा. ध्यान रहे कि इसके पहले जब तक जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश नहीं बना था तब तक वहां ऐसे अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी चलती रहती थी लेकिन केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद सीबीआई की कोशिश है कि ऐसे मामलों पर लगाम लगाई जा सके.


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