जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार (24 अक्टूबर 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. अब्दुल्ला इस बैठक में केंद्रीय सरकार को जम्मू और कश्मीर की राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए उनके मंत्रिमंडल की ओर से पारित एक प्रस्ताव सौंप सकते हैं. बीते दिन उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. वहीं उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की है.


हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस ने 90 विधानसभा सीटों में से 42 सीटें जीतकर एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की. नई सरकार की पहली मंत्रिमंडल बैठक में, केंद्रीय सरकार से जम्मू और कश्मीर की राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया. यह प्रस्ताव बाद में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अनुमोदित किया.


संविधानिक अधिकारों की बहाली
राज्य का दर्जा बहाल होने को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. इसके बाद घाटी में संविधानिक अधिकारों को बहाल किया जा सकेगा. जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त 2019 के बाद से राज्य सरकार अस्तित्व में नहीं थी. राज्य को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था. करीब 5 साल के बाद घाटी में चुनाव हुए हैं और उमर अब्दुल्ला सीएम बने हैं. 


गृह मंत्री से भी कर चुके हैं मुलाकात


मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार (23 अक्टूबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पहली बार मुलाकात की. दोनों के बीच बैठक लगभग 30 मिनट तक चली. मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी. इस दौरान, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और राज्य का दर्जा बहाल करने के विषय पर भी चर्चा की.


उमर अब्दुल्ला ने बताया कि वह हाल ही में गांदरबल जिले के गंगनगीर क्षेत्र में तीन दिन पहले हुए आतंकी हमले के बाद दिल्ली पहुंचे हैं. इस हमले में एक चिकित्सक सहित सात लोगों की जान गई थी.


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