जम्मू: जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को तीन तब्लीगियों समेत 16 नए मरीजों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि जिन तीन तब्लीगियों के सैंपल पॉजिटिव आये हैं वो मेरठ और मुंबई से हैं और पिछले एक महीने के अधिक समय से जम्मू-कश्मीर में रह रहे हैं.


इसके साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में उधमपुर, राजौरी और बांडीपोरा जिलों को रिस्क जोन घोषित कर दिया हैजम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 125 हो गयी है. जिनमें से 98 कश्मीर से है जबकि 27 जम्मू संभाग से हैं. जिन 16 मरीजों को मंगलावर को इस संक्रमण में पॉजिटिव पाया गया उनमें से 10 कश्मीर घाटी से हैं जबकि छह जम्मू से हैं.


 कोरोना वायरस से संक्रमित इन नए मामलों में तीन तब्लीगी जमात के कार्यकर्ता बताये जा रहे हैं. जिनमें से दो उत्तर प्रदेश के मेरठ और एक मुंबई से हैं. इन तीनों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि से साथ ही प्रदेश में दूसरे राज्यों से संक्रमित कोरोना वायरस के मरीजों का यह पहला मामला है. सूत्रों की माने तो जम्मू-कश्मीर में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से 22 तब्लीगी तीन मार्च को कश्मीर और 21 मार्च को जम्मू पहुंचे थे. जिन्हे क्वॉरंटाइन के लिए भेजा गया था.


 जांच के बाद इन 22 तब्लीगियों में से 17 में तो कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन पांच में कोरोना वायरस के संक्रमण पाया गया. इन पांच नए मामलों में एक 62 साल का शख्स मुंबई से हैं. जबकि 33 और 22 साल के दो युवक उत्तर प्रदेश के मेरठ से हैं. 38 और 22 साल के दो अन्य मरीज जम्मू के सुंजवां इलाके से हैं. इन सभी को आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया है.


सूत्रों ने बताया कि तब्लीगी जमात के लोग तीन मार्च को श्रीनगर पहुंचे. जहां करीब 15 दिन बिताने के बाद यह लोग दो गुटों में तकसीम हो गए और मार्च 20 और 21 को अलग-अलग गुटों में जम्मू पहुंचे. प्रशासन की ओर से चलाये जा रहे व्यापक ट्रेसिंग अभियान के बाद पुलिस इन तक पहुंची और इन्हे क्वॉरंटाइन केंद्र भेजा गया. इस के साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू के राजौरी, उधमपुर और बांडीपोरा को रिस्क जोन घोषित किया है.