जम्मू-कश्मीर: कुलगाम मुठभेड़ में DSP समेत दो जवान शहीद, जैश के तीन आतंकवादी ढेर
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में डीएसपी समेत दो जवान शहीद हो गए. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें हमने एक बहादुर अधिकारी को खो दिया.
श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के तूरीगाम में घंटों चला मुठभेड़ खत्म हो गया है. इस मुठभेड़ में एक डीएसपी समेत दो जवान शहीद हो गए और तीन आतंकवादी मारा गया. तीन आतंकियों में एक पाकिस्तानी और दो स्थानीय है. तीनों जैश ए मोहम्मद से जुड़े थे. शहीद डीएसपी का नाम अमन कुमार ठाकुर है. उन्हें सिर में गोली लगी थी, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मुठभेड़ में सेना के एक हवलदार भी शहीद हो गए और मेजर समेत दो जवान घायल हो गए.
अमन 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और वह पिछले डेढ़ साल से कुलगाम में काउंटर टेररिज्म विंग का नेतृत्व कर रहे थे. अनुकरणीय सेवा के लिए पिछले महीने उन्हें डीजीपी का कमेंडेशन मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था.
#UPDATE: Two Army personnel including a Major injured in an encounter between security forces and terrorists in Tarigam, Kulgam. #JammuAndKashmir https://t.co/CIDtAWoWr2
— ANI (@ANI) February 24, 2019
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें हमने एक बहादुर अधिकारी को खो दिया. वह एक योद्धा थे और रविवार के अभियान अगुवाई उन्होंने खुद की.’’
अमन कुमार की शहादत की खबर सुनते ही जम्मू-कश्मीर प्रशासन, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह उनके घर पहुंचे. अमन जम्मू के डोडा जिले के काशतीगढ़ इलाके के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनके माता पिता पत्नी एक छोटा बेटा और भाई शामिल है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले के तुरिगाम इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की. सेना के जवाबी कार्रवाई करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. मुठभेड़ स्थल पर पत्थरबाजी भी हुई.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर ऑपरेशन जारी है. पुलवामा में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इसके ठीक बाद 18 फरवरी को तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.
इसमें दो पाकिस्तानी नागरिक थे, जिसकी पहचान कामरान और अब्दुल रशीद उर्फ गाजी उमर के रूप में हुई. दोनों कथित तौर पर पुलवामा हमले में शामिल था. मुठभेड़ में एक मेजर, 5 जवान भी शहीद हो गए थे. इसके बाद 22 फरवरी को बारामूला जिले के सोपोर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए.