Jammu And Kashmir: वक्त से पहले बंद किया गया कश्मीर का मशहूर ट्युलिप गार्डन, जानिये क्या है कारण
रहमान ने कहा कि जब फूलों के खिलने की बात आती है तो मोटे तौर पर तीन किस्में होती हैं. पहली जो जल्दी खिलती है, दूसरी जो मध्य और देर से खिलती है. हालांकि हमारे पास पूरी तरह से खिलने वाले फूल भी थे.
श्रीनगर में कम बारिश और गर्म तापमान के कारण सोमवार 18 अप्रैल को एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को बंद करने के लिए मजबूर कर दिया. इस बार गार्डन में लगभग 3.60 लाख पर्यटक यहां पर घूमने आये थे. इस गार्डन के प्रभारी इनाम रहमान सोफी ने बताया कि प्रसिद्ध डल झील के सामने स्थित उद्यान सोमवार को सिकुड़ते फूलों के कारण आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है.
लगभग 26 दिनों के बाद ट्यूलिप के खिलने और उसके बाद उन फूलों के गर्मी के कारण मुरझाने के कारण इस बगीचे को बंद कर दिया गया है. सोफी ने बताया कि हमने इन फूलों को ताजा रखने की बहुत कोशिश की लेकिन बढ़ती गर्मी के कारण हम फूलों को मुरझाने से रोक नहीं पाये. उन्होंने कहा कि हमने और हमारे कर्मचारियों ने बहुत मेहनत की और वे रात में भी पानी छिड़कते थे लेकिन कम बारिश और असामान्य रूप से पड़ी गर्मी के कारण इस बार फूल जल्दी से सिकुड़ने लगे हैं.
तीन से चार हफ्ते का होता है ट्युलिप का जीवनकाल
रहमान ने बताया कि ट्यूलिप के फूलों का औसत जीवनकाल तीन से चार हफ्ते का होता है, लेकिन भारी बारिश या बहुत अधिक गर्मी उनको समय से पहले नष्ट कर सकती है. उन्होंने कहा कि जहां फूलों की खेती करने वाले विभाग ने चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप के फूल लगाए थे ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक बगीचे में रहें और वह एक साथ ही खिलें लेकिन प्रायोगिक रुप से ऐसा नहीं हो पाया.
साढ़े तीन लाख से अधिक पर्यटकों ने किया बगीचे का दौरा
रहमान ने कहा कि जब फूलों के खिलने की बात आती है तो मोटे तौर पर तीन किस्में होती हैं. पहली जो जल्दी खिलती है, दूसरी जो मध्य और देर से खिलती है. हालांकि हमारे पास पूरी तरह से खिलने वाले फूल भी थे.उन्होंने कहा कि इस साल बगीचे में 68 किस्मों के ट्यूलिप रखे गए थे जिनमें से छह नए ट्यूलिप के फूल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि एक महीने से भी कम समय में जब यह खुला था तब 3.60 लाख लोगों ने बगीचे का दौरा किया था. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2.25 लाख लोग बगीचे में आए थे.