J&K: तीन छात्रों समेत चार युवक लापता, आतंकी संगठन से जुड़ने की आशंका, परिजनों ने की वापस लौट आने की अपील
Jammu and Kashmir: उत्तर और मध्य कश्मीर में युवाओं के घर छोड़कर आतंकी संगठनों में शामिल होने के कई मामले सामने चुके हैं. 2022 के पहले 5 महीनों में 70 से 75 युवा विभिन्न आंतकी समूहों में शामिल हुए हैं.
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Jammu and Kashmir: उत्तरी कश्मीर (North Kashmir) के कुपवाड़ा जिले (Kupwara District) के विभिन्न इलाकों से तीन छात्रों सहित चार युवक लापता हो गए हैं. युवकों के परिजनों को डर है वे आतंकी संगठनों (Terrorist Organizations) में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उनके ठिकाने का पता नहीं चल पाया है. चारों के परिजनों ने युवकों से घर लौट आने की अपील की है. लापता छात्रों के परिजनों का कहना है कि तीनों 18 जुलाई को अपने-अपने घरों से स्कूल (School) के लिए निकले थे और उसके बाद से वापस नहीं लौटे हैं. लापता छात्र 8वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं.
20 वर्षीय युवक भी हुआ लापता
वहीं हंदवाड़ा से एक 20 वर्षीय युवक भी लापता हुआ है, जिसके परिजनों ने उसका पता लगाने में पुलिस और आम लोगों से मदद मांगी है. युवक के परिवारवालों का कहना है कि वह 16 जुलाई को लापता हो गया था. लापता युवकों के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है.
उत्तर और मध्य कश्मीर में युवाओं के घर छोड़कर आतंकी संगठनों में शामिल होने के कई मामले सामने चुके हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) के अनुसार, 16 जुलाई को श्रीनगर (Srinagar) के पुराने शहर में पुलिस ने चार युवकों को उत्तरी कश्मीर के आतंकी संगठन में शामिल होने से रोका था.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इस साल के पहले पांच महीनों में 70 से 75 युवा विभिन्न आंतकी समूहों में शामिल हुए हैं. जून और जुलाई में संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है. माना जाता है कि नए रंगरूटों का इस्तेमाल लक्षित हत्याओं (Targeted Killings) के लिए किया जाता है, जिनमें पिस्तौल का इस्तेमाल होता है.
इस साल जनवरी से अब तक आतंकवाद विरोधी अभियानों (Anti-Terrorist Operations) के दौरान सुरक्षा बलों (Security Forces) ने लगभग 350 पिस्तौल (Pistol)बरामद किए हैं, जिनमें से 92 अकेले मई के महीने में ही जब्त किए गए हैं.
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