जम्मू: कोरोना वायरस से निपटने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन के चलते कई लोगों को बेशक परेशानिया हो रही हों, लेकिन पर्यावरण के लिए यह लॉकडाउन काफी लाभदायक सिद्ध हुआ है. जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन के चलते जम्मू कश्मीर में कई दशकों के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स में बड़ा सुधार हुआ है.


पर्यावरणविदो की मानें तो जम्मू कश्मीर और आस पास के इलाको में प्रदूषण का स्तर पिछले कई दशकों से लगातार बढ़ रहा था जिसकी मुख्य वजह वाहनों के संख्या में बढ़ोतरी और नए औद्योगिक इकाइयां खुलना था. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में हो रहे नए निर्माण कार्य भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा रहे थे. राज्य में कई बड़ी परियोजनाएं जिनमें जम्मू से अखनूर तक की सड़क का विस्तारीकरण और रिंग रोड पर जारी निर्माणकार्य भी इसे बढ़ाने में शामिल थे.


जम्मू और कश्मीर प्रदूषण बोर्ड की मानें तो जम्मू शहर और इसके आसपास के इलाकों में आरएसपीएम की मात्रा 140 से 150 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी जबकि इसकी अधिकतम सीमा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिये. बोर्ड का दावा है कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू में वायु की गुणवत्ता की निगरानी करने वाले स्टेशनों से जो डाटा सामने आया है वो चौकाना वाला है. इन दिनों जम्मू में आरएसपीएम की मात्रा 60 से 70 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की जा रही है. पर्यावरणविदो का कहना है कि जम्मू में एयर क्वालिटी इंडेक्स में लगातार सुधार हो रहा है जो सामन्य स्थितियों में संभव नहीं है.


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