श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के सोपोर और हजरत बल इलाकों में ‘मानसिक रूप से बीमार’ एक व्यक्ति और एक अन्य को उस वक्त भीड़ से बचा लिया गया जब लोग चोटी कटवा होने के संदेह में उनकी हत्या करने पर उतारू नजर आ रहे थे.


पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां से 52 किलोमीटर दूर सोपोर के फल मार्केट में स्थानीय लोगों की भीड़ ने कथित चोटी कटवा को घेर रखा है.


उन्होंने कहा, ‘‘तत्काल पुलिस का एक दल घटनास्थल पहुंचा और देखा कि भीड़ एक व्यक्ति को बुरी तरह पीट रही है. शरारती तत्वों ने कुछ घास जलाई हुई थी और उस व्यक्ति को जलाने की कोशिश कर रहे थे. वहीं कुछ अन्य शरारती तत्व उसके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश कर रहे थे.’’


उन्होंने बताया कि पीड़ित वसीम अहमद तंत्री को पुलिस दल ने तत्काल मुक्त कराया और उसे अस्पताल ले जाया गया. हालात गंभीर होने के कारण उसे श्रीनगर के अस्पताल में रेफर किया गया है. उन्होंने बताया कि तंत्री मानसिक रूप से बीमार बताए जा रहे हैं.


अधिकारी ने कहा, ‘‘तंत्री को तुरंत सोपोर के अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी हालत खराब होते देख डॉक्टर ने श्रीनगर रेफर कर दिया.’’ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर घटना में शामिल लोगों की पहचान की है.


उधर, ऐसी ही एक और घटना की खबर श्रीनगर के हजरतबल इलाके से आई है, जहां से एक व्यक्ति को भीड़ के चंगुल से बचाया गया. पुलिस के मुताबिक ये व्यक्ति दरगाह में सुबह के समय नमाज के लिए गया था और उसी समय कुछ लोगों ने उसे चोटी कटवा होने के संदेह में पकड़ लिया और उसकी पिटाई की. पुलिस ने बहुत ही पेशेवर ढंग से इस व्यक्ति को बचाया.


कश्मीर के विभिन्न भागों में पिछले एक महीने में चोटी कटने की 130 से अधिक घटनाएं हुई हैं लेकिन पुलिस इस संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.


इन घटनाओं को अंजाम देने वालों को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल गठित किए गए हैं. पुलिस ने चोटी कटवा को पकड़वाने के बारे में सूचना देने वाले के लिए छह लाख रुपए के इनाम की घोषणा भी की है.