जम्मू कश्मीर: कोरोना पर रोकथाम के लिए जारी हुए नए दिशानिर्देश, अलग-अलग श्रेणियों की दुकानें खोलने के लिए तय हुए दिन
जम्मू कश्मीर में करोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना रोकथाम के लिए जारी ताजा निर्देशों के तहत जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी बाजारों में दुकानों को श्रेणीबद किया है और अलग-अलग श्रेणियों की दुकानें खोलने के लिए अलग-अलग दिन तय किए हैं.
जम्मू: पूरे देश की तरह जम्मू कश्मीर में अभी करोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इस महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार रोजाना नए दिशा निर्देश जारी कर रही है. ताजा निर्देशों के तहत जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी बाजारों में दुकानों को श्रेणीबद किया है और अलग-अलग श्रेणियों की दुकानें खोलने के लिए अलग-अलग दिन तय किए हैं.
कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मामलों के बीच जम्मू के ऐतिहासिक रघुनाथ बाजार सुनसान पड़ा हुआ है. बाजार की चंद एक ही दुकानें खुली है और अधिकतर दुकानों पर ताले जड़ रहे हैं. दरअसल, जम्मू कश्मीर में भी करोना तेजी से पांव पसार रहा है.
शैक्षिक संस्थानों को बंद करने के भी आदेश जारी किया जा चुके हैं
करोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जहां एक तरफ प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है वहीं सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद करने के भी आदेश जारी किया जा चुके हैं. सरकार ने उन इलाकों को कंटेनमेंट जोन भी घोषित करना शुरू कर दिया है जिन इलाकों से करोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं.
प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने अब एक नया आदेश जारी किया है, जिसमें प्रदेश की सभी दुकानों को श्रेणीबद किया गया है. हर श्रेणी की दुकानों को खोलने के लिए अलग-अलग दिन तय किए हैं जिसके खिलाफ अब प्रदेश के व्यापारी लामबंद हो गए हैं. जम्मू के रघुनाथ बाजार में पिछले 60 साल से व्यापार कर रहे बलदेव खुल्लर दावा कर रहे हैं कि सरकार का यह आदेश बिना उनकी सहमति के लिया गया है.
दुकानें बंद करने के बजाय दुकानों के खुलने के समय में बदलाव किया जाना चाहिए- व्यापारी
उन्होंने कहा कि रघुनाथ बाजार में अधिकतर ग्राहक यात्री या पर्यटक है और यहां का पूरा बाजार पर्यटन पर ही टिका हुआ है. ऐसे में इस आदेश का सीधा असर व्यापारियों के कमाई पर पड़ा है. उन्होंने कहा कि जो भी पर्यटक रघुनाथ मंदिर घूमने के लिए आता है वह कुछ ही समय के लिए इस बाजार में आता है और उसी दौरान अगर यहां दुकानें बंद रहीं तो पर्यटक वह सामान नहीं लेगा, जिसका सीधा असर यहां के व्यापार पर पड़ेगा. उनके मुताबिक अगर सरकार को करोना रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाना है तो पूरा बाजार को बंद किया जाना चाहिए.
बलदेव की माने तो बाजारों में चंद दुकानें बंद करने से ना तो भीड़ पर असर पड़ेगा और ना ही यहां के पर्यटक खुलकर खरीदारी कर पाएंगे. उन्होंने सरकार से मांग की है कि श्रेणीबद तरीके से दुकानें बंद करने के बजाय दुकानों के खुलने के समय में बदलाव किया जाना चाहिए या फिर वीकेंड लॉकडाउन जैसी वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर गौर किया जाना चाहिए.