Jammu and Kashmir: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में क्रास एलओसी ट्रेड (Cross LOC Trade) के माध्यम से पाकिस्तान (Pakistan) से आए हुए अवैध पैसे (Illegal Money) को आतंकवादी कार्यों में लगाने के लिए 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है यह दोनों एलओसी ट्रेड व्यापारी बताए जाते हैं जिनके नाम पर एलओसी ट्रेड के लिए अनेकों फर्म है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि जिन दो ट्रेड व्यापारियों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम तनवीर अहमद वानी पुत्र गुलाम अहमद वानी निवासी थाना राजपुरा जिला पुलवामा और पीर अरशद इकबाल पुत्र पीर गयासुद्दीन निवासी ख्वाजा बाग बारामुला शामिल है.
इस मामले में आरोप है कि सरहद पार से होने वाले व्यापार में इन लोगों ने एक षड्यंत्र के तहत आतंकवादी गतिविधियों के लिए पैसा एकत्र किया. एनआईए के मुताबिक साल 2008 में भारत-पाकिस्तान के बीच दो ट्रेड सुविधा सेंटर खोले गए थे जिनमें से एक सलमाबाद उरी बारामुला जिले में था और दूसरा चकन दा बाग पुंछ डिस्ट्रिक्ट में था. नियम के मुताबिक इस ट्रेड में भारत और पाकिस्तान के बीच 21 सामान भेजे जा सकते थे.
पाकिस्तान से आए पैसे का टेरर फंडिंग में उपयोग
जांच के दौरान पता चला कि इन लोगों ने ट्रेड के लिए भेजे जाने वाले सामानों में ज्यादा सामान दिखा कर कथित फायदा उठाया. इसके लिए जो पैसा पाकिस्तान से आया है, आरोप है कि उसे आतंकवादी गतिविधियों में लगाया गया. गिरफ्तार दोनों आरोपी क्रॉस बॉर्डर एलओसी ट्रेडर्स का काम करते हैं और उनके नाम पर और उनके दोस्तों के नाम पर तथा पारिवारिक सदस्यों रिश्तेदारों के नाम पर अनेक कंपनियां रजिस्टर्ड है.
कथित फर्मों की जांच जारी है
आरोप है कि इन कथित फर्मों (Firm) के जरिए जो पैसा अवैध तरीके (Illegal Process) से आया उसे आतंकवादी गतिविधियों (Terror Activity) में लगे ओवरग्राउंड वर्कर तथा पत्थर फेंकने वालों को दिया गया. अब इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) जानना चाहती है कि आतंकवाद के लिए जो पैसा पाकिस्तान से आया था वह पैसा कश्मीर में किसे किसे दिया गया और यह पैसा किन-किन आतंकवादी गतिविधियों में लगाया गया मामले की जांच जारी है.
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