Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन टीआरएफ (TRF) और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) की गतिविधियों को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने कुलगाम निवासी मुदासिर अहमद डार को गिरफ्तार किया है. इस मामले में NIA ने जम्मू -कश्मीर के 4 शहरों में 11 स्थानों पर मंगलवार को छापेमारी की थी.
NIA के एक आला अधिकारी ने बताया कि जम्मू और कश्मीर में आतंकी संगठन टीआरएफ की साजिश को लेकर NIA ने स्वत: संज्ञान लिया था. इस बारे में NIA को पता चला था कि टीआरएफ आतंकी संगठन लश्कर का मुखौटा है और उसके स्वयंभू कमांडर सज्जाद गुल ने भारत के विभिन्न भागों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई है. एजेंसी को यह भी पता चला कि अपनी इस योजना के तहत यह आतंकवादी कमांडर विभिन्न जगहों पर युवाओं को बरगला कर उन्हें अपने आतंकी संगठन में भर्ती कर रहा है. सूचना के आधार पर NIA ने 18 नवंबर 2021 को एक आपराधिक मुकदमा दर्ज किया था.
अहमद डार टीआरएफ कमांडर का करीबी
इस मामले में मिली एक सूचना के आधार पर NIA ने मंगलवार को श्रीनगर, कुलगाम, पुलवामा और गंदरबल इलाके में 11 जगहों पर छापेमारी की. एजेंसी को यह सूचना भी मिली थी कि कश्मीर के कुलगाम जिले का रहने वाला मुदासिर अहमद डार पुत्र अली मोहम्मद डार निवासी नोपूरा खरपूरा पुलिस स्टेशन यारीपोरा, जिला कुलगाम, टीआरएफ कमांडर का करीबी है.
आरोप है कि मुदासिर अहमद डार आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराता है. इसके साथ ही हथियार और गोला-बारूद को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का काम भी करता है. ध्यान रहे कि टीआरएफ को कश्मीर में हाल ही में हुई टारगेटेड किलिंग में जिम्मेदार माना जाता है.
डार को विशेष अदालत में किया जाएगा पेश
अब एनआईए मुदासिर अहमद डार से जानना चाहता है कि उसने इस संगठन को कहां-कहां गोला बारूद और हथियार (Weapon) पहुंचाए. इस संगठन के कितने लोग कहां-कहां पर सक्रिय हैं और उनकी आगामी योजनाएं क्या हैं. डार को विशेष अदालत (Special Court) में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा मामले की जांच जारी है.
यह भी पढ़ें: