श्रीनगर: अमरनाथ यात्रियों के बस पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को उप महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. तो वहीं दूसरी तरफ अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले से बेखौफ 4,000 से ज्यादा श्रद्धालु आज पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए यहां से रवाना हुए.
मामले की त्वरित जांच के लिए SIT का गठन
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान ने कहा, "इस अहम मामले की त्वरित जांच के लिए हमने दक्षिण कश्मीर के उप पुलिस महानिरीक्षक एस पी पाणि की अध्यक्षता में छह सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है." एसआईटी के अन्य सदस्यों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलताफ अहमद खान, एक पुलिस उपाधीक्षक तथा अन्य अधिकारी शामिल हैं, जो जांच में सहायता करेंगे.
अनंतनाग जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर बीती 10 जुलाई को श्रीनगर से जम्मू की तरफ जा रही अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस पर रात 8.30 बजे के आस-पास आतंकवादी हमला किया गया था, जिसमें सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 19 अन्य घायल हो गए थे.
अमरनाथ श्राइन बोर्ड से रजिस्टर्ड नहीं थी बस
बस अमरनाथ श्राइन बोर्ड से रजिस्टर्ड नहीं थी और उसने कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन किया था. इस हमले के फौरन बाद कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक ने कहा था कि इसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है.
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के अबु इस्माइल के नेतृत्व में लश्कर के आतंकवादियों के समूह ने हमले को अंजाम दिया."
आतंकी हमले के बाद, अमरनाथ यात्रियों की संख्या में हुआ इजाफा
10 जुलाई को अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. यह हमला अनंतनाग जिल में हुए थे जिसमें छह महिलाओं सहित सात यात्रियों की मौत हो गई और 19 जख्मी हो गए थे. जिस दिन आतंकी हमला हुआ उस दिन 2,430 यात्री जम्मू से अमरनाथ की पवित्र गुफा मंदिर के लिए रवाना हुए थे. दूसरे दिन यह संख्या बढ़कर 3,289 हो गई, 12 जुलाई को 3,500 और 13 जुलाई को 3,971 यात्री जम्मू से रवाना हुए. वहीं आज यह संख्या बढ़कर 4,105 हो गई.
अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ और पुलिस की सुरक्षा में 3,111 पुरुष, 892 महिलाओं और 102 साधू तथा साध्वियों का जत्था 191 गाड़ियों के काफिले में आज सुबह बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ.
‘बम बम भोले’ के जयकारे लगा रहे थे श्रद्धालु
भगवती नगर आधार शिविर पर यात्रियों ने आतंकी खतरे की परवाह किए बिना पवित्र गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन करने के लिए अपनी यात्रा शुरू करने का प्रण लिया. उनका उत्साह देखने लायक था और वह ‘बम बम भोले’ के जयकारे लगा रहे थे.
चेन्नई के कुमार राजा ने कहा, ‘‘ यात्रियों पर हुए हमले के बाद मेरे परिवार ने मुझसे घर वापस आने को कहा, लेकिन मैंने उनसे कहा कि अमरनाथ में दर्शन करने के बाद ही मैं घर लौटूंगा चाहे जीवित या मृत. मुझे खतरे की परवाह नहीं. भगवान शिव उसे देखेंगे.’’ इस यात्रा के शुरू होने से लेकर अबतक 1,77,134 यात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं.