Jammu Kashmir Police: जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों और अंदरूनी हिस्सों में आतंकवादियों की ओर से स्थानीय सिम कार्ड का बार-बार इस्तेमाल करने के सबूत मिलने के बाद पुलिस ने कई जिलों में बड़े पैमाने पर सिम कार्ड सत्यापन अभियान शुरू किया. इस अभियान का नेतृत्व राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) कर रही है. इन मामलों को लेकर जिला पुलिस भी राज्य जांच एजेंसी की मदद कर रही है.
सिम कार्ड बेचने वालों से केवाईसी मानदंडों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए श्रीनगर, गंदेरबल, अनंतनाग, बडगाम, पुलवामा, शोपियां, बांदीपोरा, सांबा और किश्तवाड़ सहित कई जिलों में पुलिस व्यापक अभियान चला रही है.
30 लोगों को किया गया गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, 'पिछले सप्ताह जेलों में कैदियों को सिम कार्ड मुहैया कराने के आरोप में 7 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जबकि पिछले 12 महीनों के दौरान आतंकवादियों को सिम कार्ड मुहैया कराने के आरोप में कम से कम 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.'
पुलिस ने नागरिकों से उनके नाम पर जारी किए गए सिम कार्ड के बारे में सावधानी बरतने की अपील की है. एक अधिकारी ने कहा, 'आतंकवाद या संगठित अपराध के लिए सिम कार्ड का दुरुपयोग करने वाले किसी भी व्यक्ति को सख्त कानूनी परिणाम भुगतने होंगे.' ये पहल राष्ट्र विरोधी और गैर कानूनी गतिविधियों में मोबाइल फोन सिम कार्ड के दुरुपयोग को रोकने की व्यापक रणनीति का एक हिस्सा है.
साइबर धोखाधड़ी को लेकर पुलिस अलर्ट
पुलिस अधिकारियों ने कहा, 'साइबर धोखाधड़ी में वृद्धि और बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर, इस अभियान के जरिए ग्राहकों के दस्तावेजों की प्रामाणिकता की पुष्टि करना है और सिम विक्रेता दूरसंचार विभाग के अनिवार्य निर्देशों का सख्ती से पालन करें ये भी सुनिश्चित करना है. जम्मू-कश्मीर पुलिस सार्वजनिक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. राष्ट्र-विरोधी और आपराधिक तत्वों को रोकने के लिए लगातार काम करती रहेगी.'
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