(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jammu Kashmir Police: जम्मू कश्मीर पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती मामले में धांधली, जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे
इस परीक्षा को लेकर हुई जांच में पता चला है कि इसका प्रश्न पत्र जालंधर (Jalandhar) की प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था. लीक हुआ पेपर जम्मू में दस हजार रुपए से लेकर पंद्रह लाख रुपए तक में बेचा गया.
अजय बाचलू, जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (JKSSB) ने 2022 में जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) के लिए सब इंस्पेक्टर पद की परीक्षा आयोजित करवाई थी. इस परीक्षा में कई अभ्यर्थियों ने धांधली के आरोप लगाए, जिसकी जांच में अब कई सनसनीखेज खुलासे किये गये हैं. इस परीक्षा को लेकर हुई जांच में पता चला है कि इसका प्रश्न पत्र जालंधर (Jalandhar) की प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था. लीक हुआ पेपर जम्मू में दस हजार रुपए से लेकर पंद्रह लाख रुपए तक में बेचा गया.
सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया कि इस परीक्षा का प्रश्न पत्र को जालंधर स्थित एक प्रेस में छपवाया था और वहीं से यह लीक हुआ है. शुरूआत में यह प्रश्नपत्र 15 लाख में बेचा गया लेकिन बाद में इसकी कीमत 10 हजार रुपए तक पहुंची. इस पूरे प्रकरण में जम्मू कश्मीर सेवा भर्ती बोर्ड के करीब आठ अधिकारियों समेत 15 लोगों को फिलहाल चिह्नित किया है. इनमें एक मीडियाकर्मी के अलावा सीआरपीएफ में कमांडेट रैंक का सेवानिवृत्त अधिकारी और अखनूर का सीआरपीएफ का सेवानिवृत्त कर्मी भी शामिल है.
क्यों और कैसे शुरू हुआ हंगामा?
दरअसल जम्मू के अखनूर में स्थित एक लाइब्रेरी में पढ़ने वाले 40 उम्मीदवार जब इस सब इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा में सफल हुए तो हंगामा शुरू हो गया. जून में परिणाम आने पर हंगामा शुरू हुआ तो क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी. उसने जांच में घोटाले और पेपर लीक के बारे में जरूरी तथ्य जुटा लिए थे. इससे पहले कि वह एफआइआर दर्ज करती जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके गोयल की अध्यक्षता वाली जांच समिति ने रिपोर्ट सौंपते हुए सीबीआइ जांच का आग्रह किया.
जम्मू कश्मीर पुलिस संगठन में सब इंस्पेक्टर के पदों पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती के लिए मार्च में लिखित परीक्षा हुई थी. 1200 पदों के लिए 97 हजार उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंचे थे. परिणाम इसी साल जून में आया और चयन सूची में करीब 20 उम्मीदवार सगे भाई या सगे भाई-बहन थे. आरोप यह भी लगे कि 40 उम्मीदवार एक ही क्षेत्र विशेष से थे.
सड़क पर उतरे परीक्षा में उतरे उम्मीदवार?
कुछ उम्मीदवार आपस में रिश्तेदार निकले. इसे लेकर विवाद पैदा हो गया और चयन प्रक्रिया में धांधलियों के आरोप लगना शुरू हो गए थे. लिखित परीक्षा और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने का जिम्मा सेवा भर्ती बोर्ड (JKSSB) को सौंपा था. इससे पूर्व पुलिस संगठन में गैर राजपत्रित पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया को पुलिस का भर्ती बोर्ड ही पूरा करता आया है. वहीं अब इस परीक्षा में सफल रहे उम्मीदवार सड़कों पर हैं.