J&K: कब सुधरेगा पाकिस्तान, साल 2018 में 2936 बार किया सीजफायर का उल्लंघन
भारतीय बलों के साथ फ्लैग बैठकों और कमांडर स्तरीय 20 से ज्यादा बैठकों के दौरान सीमा पर शांति बनाए रखने की पाकिस्तानी सेना की ओर से प्रतिबद्धता जाहिर करने के बावजूद ये उल्लंघन जारी रहे.
जम्मू: जम्मू-कश्मीर में 2018 में पाकिस्तान की तरफ से 2,936 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया जो पिछले 15 सालों के हिसाब से सबसे ज्यादा है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि प्रतिदिन औसतन आठ ऐसे मामले हुए जिनमें 61 लोगों की जान गई और 250 से ज्यादा घायल हुए. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना की ओर से 2018 में बहुत भारी गोलाबारी और गोलीबारी की गई जो 2003 में भारत-पाकिस्तान सीमा संघर्षविराम को लेकर बनी सहमति को व्यर्थ बताती है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ''पाकिस्तानी सैन्य बलों ने लोगों में भय पैदा करने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा के आस-पास बसे गांवों और अग्रिम चौकियों को बार-बार निशाना बनाया.'' सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''पाकिस्तानी बलों ने 2018 में 2,936 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जिसमें 61 लोग मारे गए और 250 घायल हुए.''
भारतीय बलों के साथ फ्लैग बैठकों और कमांडर स्तरीय 20 से ज्यादा बैठकों के दौरान सीमा पर शांति बनाए रखने की पाकिस्तानी सेना की ओर से प्रतिबद्धता जाहिर करने के बावजूद ये उल्लंघन जारी रहे. सैन्य अधिकारी ने कहा, ''पाकिस्तान शांति बनाए रखने और सीमा संबंधों को मजबूत करने की कसम खाता है लेकिन वह अपने वादे पर कायम नहीं रहता.''
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पाकिस्तानी सेना ने 2018 में 2017 के मुकाबले तीन गुना ज्यादा संघर्षविराम का उल्लंघन किया. 2017 में 971 ऐसे मामलों की खबर मिली थी. जम्मू, कठुआ, सांबा, राजौरी और पुंछ जिले में सीमा के पास रह रहे लोग पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी और गोलाबारी में बुरी तरह प्रभावित हुए और इसके चलते हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ा.
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