नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने पिछले छह महीनों के दौरान 138 आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि इस दौरान 50 वीर जवान शहीद हुए. साथ ही पाकिस्तान की तरफ से इस साल जुलाई महीने तक घुसपैठ की 47 कोशिशे हुईं और इनमें से संभवत 30 बार घुसपैठ भी हुई. यह जानकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने लोकसभा को लिखित सवालों के जवाब में दी.


केन्द्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक भारत-पाकिस्तान की सीमा पर अनेक जगहों पर पहाड़, जगंल, नदी नाले आदि हैं, जिसके चलते आतंकवादी घुसपैठ करने की लगातार कोशिशे करते रहते हैं. पिछले एक साल के दौरान यानी अगस्त 2019 से जुलाई 2020 तक घुसपैठ की 176 बार कोशिश हुई और संभवत 111 बार घुसपैठ भी हुई.


मंत्रालय के मुताबिक इस दौरान सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिश अगस्त 2019 में 48 बार हुई और सबसे ज्यादा घुसपैठ सितंबर 2019 मे 36 बार हुई, जबकि साल 2020 में यह आंकड़ा लगातार घटता चला गया और पिछले सात माह के दौरान घुसपैठ की 47 कोशिशे हुईं. इनमें फरवरी 2020 में सबसे ज्यादा घुसपैठ की 23 कोशिशे हुईं और 18 बार उन्हे संभावित सफलता भी मिली, लेकिन जुलाई 2020 में घुसपैठ की 10 कोशिशों के बावजूद आतंकवादियों को कोई सफलता हासिल नहीं हुई.


मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति बनाई हुई है. इसके चलते हुए ऑपरेशन में पिछले छह माह के दौरान 138 आतंकवादी मारे गए, जबकि सुरक्षा बलों के 50 जवान इस दौरान चलाए गए ऑपरेशनों क्रॉस बॉर्डर फायरिंग आदि के दौरान शहीद हुए.


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