जम्मू-कश्मीर: बारामूला बैंक लूट के तीन आरोपी गिरफ्तार, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं लिंक
तीनों से पूछताछ में पता चला कि ये 22 अप्रैल को बारामूला के शेराबाद में हुई बैंक लूट में शामिल थे. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने लूट का सामान और वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल हथियार भी बरामद किए.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को बारामूला में हुई बैंक लूट के मामले को 24 घंटों के भीतर सुलझा लिया है और इस लूट में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनों लोगों का संबंध लश्कर-ऐ-तैयबा से है और यह तीनों कई और लूट की वारदात में शामिल रहे हैं. सभी लूट के पीछे लश्कर के कमांडर यूसुफ डार और अबरार नदीम का दिमाग है.
बारामूला के एसएसपी रईस मोहम्मद भट्ट के अनुसार शुक्रवार रात एक पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस और सेना ने मिलकर तंगमर्ग इलाके में एक तलाशी अभियान चलाया. जिसके दौरान लश्कर के तीन ओवर ग्राउंड वर्कर को हिरासत में लिया गया. तीनों यूसुफ और अबरार के लिए काम करते हैं.
पीपीई किट पहनकर दिया गया लूट को अंजाम
तीनों से पूछताछ में पता चला कि ये 22 अप्रैल को बारामूला के शेराबाद में हुई बैंक लूट में शामिल थे. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने लूट का सामान और वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल हथियार भी बरामद किए. शेराबाद लूट को पीपीई किट पहन कर अंजाम दिया गया था.
तीनों की पहचान राहिल अहमद परे, आरिफ मीर, और नसीर भट्ट के तोर पर हुई है और इन के पास से लूटे गए 3 लाख में से 24500 रूपये, एक चीनी पिस्टल, 25 कारतूस, एक चाकू, तीन पीपीई किट और तीन गाड़िया बरामद की गई हैं.
इन गाड़ियों में से दो गाड़िया Alto K-10 (JKOSG 5626) और Alto-800 (JK05G -45664) घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की गयी थी. जबकि तीसरी गाड़ी Alto K 1O के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ में इन तीनों ने जो खुलासे किए वह चौंका देने वाले हैं और तीनों ने ही बड़गाम और श्रीनगर में मार्च महीने में कई और बैंक लूट की घटनाओ की अंजाम दिया है. इन लूट में 22 अप्रैल को पट्टन शेराबाद में जम्मू कश्मीर बैंक, 12 मार्च को ओगुमाना बड़गाम में ग्रामीण बैंक, 16 मार्च को पंजिनारा श्रीनगर में ग्रामीण बैंक और 24 मार्च को जम्मू कश्मीर बैंक की चांदीपोरा ब्रांच शामिल है.
इन सभी लूट की वारदातों में कुल 9,51,896 रुपये लूटे गए. लेकिन इनकी लूट का सिलसिला यहीं पर नहीं रुका है. तीनों ने 18 मार्च को बड़गाम में एक पेट्रोल पंप में भी 3 लाख 50 हजार रुपये की लूट को अंजाम दिया. लूट के साथ साथ यह ग्रुप बड़गाम के मागाम में 11 अप्रैल को एक आम नागरिक नसीर अहमद खान की हत्या भी कर चुका है. नसीर जम्मू कश्मीर पुलिस का पूर्व SPO था और उसका बड़ा भाई पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर अभी भी काम कर रहा है.
पुलिस के अनुसार 25 मार्च को श्रीनगर के बाहरी इलाके शाल्टेंग में CRPF पर हमले को लश्कर के आतंकी यूसुफ डार और अबरार नदीम ने ही अंजाम दिया था और इसी हमले में एक अफसर समेत तीन CRPF जवान शहीद हुए थे. अब पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या पकड़े गए तीनों आतंकी भी इस हमले में शामिल थे. अबरार और यूसुफ अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
यह भी पढ़ें: शराब नहीं मिली तो पी लिया हैंड सैनिटाइजर, 7 मजदूरों की मौत, जांच में जुटी पुलिस