Jammu and Kashmir: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि जम्मू-कश्मीर में अगले साल वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी. क्योंकि जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक पर काम साल के अंत तक पूरा हो जाएगा. अश्विनी ने घोषणा की कि दिसंबर 2023 के अंत या जनवरी 2024 तक कश्मीर घाटी में ट्रेन यात्रा का सपना साकार होगा. कश्मीर घाटी के अपने दौरे से इतर पत्रकारों से बात करते हुए अश्विनी ने कहा कि कश्मीर घाटी में कुपवाड़ा, पहलगाम और शोपियां को भी जल्द ही भारतीय रेल से जोड़ा जाएगा.
कश्मीर में विशिष्ट वंदे भारत डिजाइन हो रहा
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, हम यहां बर्फ और ठंड के कारण कश्मीर के लिए विशिष्ट वंदे भारत डिजाइन कर रहे हैं. इनका निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है और अगले साल चालू हो जाएगा. सोपोर-कुपवाड़ा, अवंतीपोरा-शोपियां और बिजबेहरा-पहलगाम को जोड़ने की मांग रखी गई है, जिसपर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में रेलवे में सुधार किया जा रहा है और साल के अंत तक सुधार देखा जाएगा.
उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने रेलवे के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को बदल दिया है. हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला को खुद पीएम द्वारा वित्त पोषित और मॉनिटर किया जा रहा है. जिसके तहत या तो इस साल दिसंबर में या अगले साल फरवरी में उधमपुर से बारामूला का रेल लिंक जोड़ा जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने बारामूला से श्रीनगर तक नए शुरू किए गए कोचों में सवारी की और कहा कि बजट में काफी वृद्धि हुई है. 2014 से पहले उधमपुर से बारामुला परियोजना के लिए 800-900 करोड़ का बजट रखा गया था, लेकिन इस बार 6000 करोड़ का बजट जारी किया गया है.
कश्मीर में जल्द होगी अच्छी 4जी/5जी कनेक्टिविटी
अश्विनी ने पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस साल घाटी में 1.80 करोड़ पर्यटक आए हैं, यह एक बड़ा बदलाव है. अश्विनी ने चिनाब पुल पर टिप्पणी करते हुए कहा, "चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और यह एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. इस पुल पर भूकंप, तेज हवा, ठंड और सभी परीक्षण भी सफल रहे हैं." रेलवे की बहुत बड़ी भूमिका है, इसलिए दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी और रेलवे के उन्नयन का जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
उन्होंने कहा, टेलीफोन कनेक्टिविटी, डबल लाइन, पार्सल सेवाएं, भारतीय रेलवे के माध्यम से सीमेंट और दवा व्यापार साल के अंत तक सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा, सेव व्यापार के लिए सुविधाओं पर भी विचार किया जाएगा.
वही सीमा अवसंरचना विकास पर टिप्पणी करते हुए, अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि लद्दाख के लिए लगभग 500 नए टावर स्वीकृत किए गए हैं और जल्द ही उनके पास अच्छी 4जी/5जी कनेक्टिविटी होगी.