जम्मू: पाकिस्तान की हर नापाक साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए और आतंकियों से दो-दो हाथ करने के लिए अब जम्मू कश्मीर की बेटियां भी आगे आ रहे हैं. जम्मू में सीआरपीएफ ने छात्राओं को सेना और अर्धसैनिक बलो में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से कार्यक्रम का आयोजन किया.
जम्मू सालो से दिल में देशभक्ति का जज्बा लिए एनसीसी की वर्दी पहने हुए हैं. लेकिन अब इन छात्राओं का इरादा सालों से आतंकवाद के दंभ को झेल रहे जम्मू कश्मीर में सेना की वर्दी पहन कर देश सेवा करने का है. इन छात्राओं के जोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से कुछ छात्राएं आतंकवादियों से दो-दो हाथ करने के लिए भी तैयार हैं. उन्हें बस इंतजार है उस मौके का जब वह आतंकियों से आमना सामना कर पाएं.
जम्मू के महिला कॉलेज में सीआरपीएफ ने कार्यक्रम का आयोजन करवाया ताकि इन छात्राओं को सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जाए. इस कार्यक्रम का आयोजन करने वाले सीआरपीएफ का दावा है कि प्रदेश से धारा 370 हटाने के बाद काफी सारे बदलाव आ रहे हैं. इन्हीं बदलाव के तहत अब छात्राओं को भी सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती होने का तरीका और अर्धसैनिक बलों की जीवन शैली सिखाई जा रही है.
सीमावर्ती इलाकों में भी किए जाएंगे आयोजन
सीआरपीएफ की मानें तो जम्मू कश्मीर की बेटियों में जोश और जज्बे की कोई कमी नहीं है. बस कमी है तो इस जोश और जज्बे को सही ढंग से प्रेरित करने की. इस आयोजन में पहुंची छात्राओं का दावा है कि ऐसे आयोजनों से न केवल उनके मन में देश सेवा की भावना बढ़ जाती है बल्कि वह किस तरह से सेना और अर्धसैनिक बलों में शामिल हो सकती हैं उसका तरीका समझना भी आसान होता है.
कार्यक्रम में पहुंची कई छात्राओं के मन में शुरू से ही देश भक्ति और मातृभूमि की रक्षा के लिए कुछ करने का जज्बा था लेकिन अब ऐसे आयोजनों से उस जज्बे को हकीकत में बदलने का फैसला होने मिला है. सीआरपीएफ ने दावा किया है कि अब वह ऐसे आयोजन शहर तक ही सीमित ना कर के सीमावर्ती इलाकों तक भी पहुंचा देंगे ताकि वहां की बेटियों को भी देशभक्ति का मौका मिले.
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