जम्मू. सोमवार को कश्मीर घाटी के अनंतनाग ज़िले में आतंकियों द्वारा कांग्रेसी सरपंच अजय कुमार पंडिता की आत्मा की शांति के लिए जम्मू में हवन किया गया. डोगरा फ्रंट की ने मांग की है कि पीएम को दिवंगत अजय पंडिता की 'शहादत' का बदला लेना चाहिये.


'कश्मीरी पंडितों की वापसी को झटका'

जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अजय पंडिता की हत्या के बाद कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यक समाज में डर बैठ गया है. उन्होंने कहा कि इस हवन द्वारा वो अजय पंडिता की आत्मा की शांति की प्राथना कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि आतंकियों की इस वारदात के बाद कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को वापस बसाने की कोशिशों की झटका लगा है. उन्होंने कहा कि इस घटना कर बाद केंद्र सरकार को विकास की बहाली और पाकिस्तान को करारा जवाब देने की रणनीति पर काम करना होगा.


विकास के लिए आतंक का सफाया जरूरी

कश्मीर में काम कर रहे राजनेताओ और अजय पंडिता की सुरक्षा की मांग करते हुए डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर कश्मीर में विकास को जमीनी स्तर पर पहुंचना है तो वहां न केवल आतंकियों का सफाया किया जाना चाहिये बल्कि वहां चुने हुए प्रतिनिधियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाना चाहिये.


गौरतलब है कि इस हत्याकांड के बाद जम्मू में लगातार सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठन केंद्र सरकार से कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यको को सुरक्षा देने की मांग कर रहे है.


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