जम्मूः अंतिम संस्कार के दौरान युवकों की संदिग्ध मौत के खिलाफ परिजनों का प्रदर्शन, प्रशासन को बताया जिम्मेदार
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि भारी गर्मी में पीपीई किट पहने से उनका दम घुंट गया और उन्हें पीने को पानी भी नहीं दिया गया, जिससे उनकी मौत हो गई.
जम्मू: गुरूवार को जम्मू के सिद्धरा इलाके में कोरोना संक्रमित अपने चाचा के अंतिम संस्कार में गए दो भतीजों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को दोनों मृतकों के परिजनों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर प्रदर्शन किया. मृतकों के परिजन इस घटना के लिए प्रशासन को दोषी बता रहे हैं.
अंतिम संस्कार की खबर पर किया प्रदर्शन
गुरूवार 18 जून को जम्मू के सिद्धरा इलाके में अपने कोरोना संक्रमित चाचा के अंतिम संस्कार में गए दो भतीजो की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी. मृतकों के परिजन ने इसका सारा आरोप प्रशासन पर लगा रहे है.
इस घटना के बाद दोनों मृतकों के शव को जम्मू मेडिकल कॉलेज के शवगृह में रखा गया था और शनिवार को जैसे ही उनके परिजनों को पता लगा कि दोनों का अंतिम संस्कार होने वाला है, तो सारे रिश्तेदार उनके घर जमा हो गए और मांग करने लगे कि संस्कार से पहले दोनों के शव उनके घर लाये जाएं.
परिजनों का आरोप- पीने को नहीं दिया पानी
प्रशासन पर दोनों की मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों ने कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद दोनों को पीपीई किट पहनाई गई और उन्हें पीने का पानी तक नहीं दिया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीपीई किट्स में उनका दम घुट रहा था और वो लगातार पीने का पानी मांग रहे थे.
सरकार द्वारा दी गयी 2-2 लाख की राहत राशि को खारिज करते हुए दोनों मृतकों के परिजनों ने सरकार से 25-25 लाख की राहत राशि की मांग की.
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