जम्मू: जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद बने हालातों का जायजा लेने विदेशी राजनयिकों का दल अपने दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को जम्मू में विभिन्न संगठनों से मिला. इन सभी संगठनों ने राज्य से धारा 370 को हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया और आशा जताई कि जम्मू कश्मीर को जल्द ही राज्य का दर्जा वापस मिल जाएगा.


गुरुवार शाम जम्मू पहुंचे विदेशी राजनयिकों का शुक्रवार का दिन काफी भागदौड़ वाला रहा.शुक्रवार तड़के इन राजनयिकों ने जम्मू की नब्ज टटोलने के लिए करीब 17 विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से मुलाकात की और जम्मू के एक निजी होटल में इन राजनयिकों ने जम्मू की सिविल सोसाइटी से मुलाकातों का दौर शुरू किया.


जिन सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने इन विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की उनमें जम्मू बार एसोसिएशन, वेस्ट पाकिस्तानी विस्थापित, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से आए विस्थापित, वाल्मीकि समाज के लोग, जम्मू में दशकों से रह रहे पड़ोसी देश नेपाल के लोग और कश्मीरी पंडित विस्थापित शामिल थे.


इन सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने के फैसले का स्वागत किया इन सभी दलों ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 के हटाने के फैसले को अच्छा और विकास की दिशा में उठाया गया ज़रूरी कदम बताया.


वाल्मीकि समाज और नेपाली समाज ने धारा 370 के हटाने के फैसले को एतिहासिक बताया और कहा कि उनको सही आज़ादी अब मिली है क्योंकि धारा 370 के चलते वो अभी तक जम्मू कश्मीर के नागरिक नही बन पाए थे.


ये प्रतिनिधिमंडल कश्मीर के दो दिनों के दौरे पर है और इसमें अमेरिका, बांग्लादेश, वियतनाम, नार्वे, साउथ कोरिया, अर्जेंटिना, मालदीव समेत कुल 17 देशों के उच्चायुक्त और राजदूत शामिल हैं.


7 साल की बेटी ने शराब पीने से किया मना तो पिता ने कर दी हत्या, गिरफ्तार


जेएनयू हिंसा : एबीवीपी का दावा, उसके सदस्य नहीं थे हमले में शामिल