जम्मू: पिछले करीब 2 महीने से अधिक समय से करोना वायरस के चलते देश में थमी जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए 8 जून से अनलॉक 1 शुरू हो रहा है. अनलॉक 1 में देशभर के धार्मिक स्थलों को खोलने की बात की जा रही है, लेकिन क्या 8 जून से पवित्र श्री माता वैष्णो देवी जी की यात्रा शुरू होगी या नहीं इस पर संशय बना हुआ है. वैष्णो देवी यात्रा को लेकर बने संशय के बीच इस यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा का किराया बढ़ गया है. वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हेलीकॉप्टर किराए में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. इस हेलीकॉप्टर सेवा के लिए नए टेंडर की प्रक्रिया पूरा होने के बाद यह बढ़े हुए किराए 1 अप्रैल 2020 से लागु होगें.
मतलब यह कि अब जब भी यह सेवा शुरु होती है, तो श्रद्धालुओं को यह बड़ा हुआ किराया देना होगा. फिलहाल, कटरा से सांझी-छत जाने के लिए हेलीकॉप्टर का किराया 1045 रुपये प्रति सवारी था जिसे अब बढ़ाकर 1730 रुपये कर दिया गया है. पहले हेलीकॉप्टर से आने जाने का किराया 2090 रुपये था जिसके लिए अब यात्रियों को 3460 रुपए चुकाने होंगे.
वैष्णो देवी यात्रा के लिए अपनी सेवाएं दे रही हिमालयन हेली तथा ग्लोबल वेक्ट्रा कंपनियों का टेंडर हर 3 साल बाद रिन्यू होता है. नए टेंडर के मुताबिक पहले से श्रद्धालुओं को सेवाएं दे रही यह दोनों हेलीकॉप्टर कंपनियां ही अपनी सेवाएं जारी रखेंगे. वहीं श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा का संचालन करने वाले श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि यात्रा को शुरू करने का अंतिम फैसला बोर्ड ही लेगा. बोर्ड ने दावा किया है कि फिलहाल वो उन दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहा है, जो धर्मस्थलों की यात्रा को शुरू करने से पहले स्वास्थ्य विभाग को जारी करनी है. इसके साथ ही बोर्ड प्रदेश सरकार द्वारा जारी होने वाली गाइडलाइन्स का भी इंतजार कर रहा है, ताकि यात्रा को शुरू करने को लेकर रूपरेखा तैयार की जाए.
बोर्ड का दावा है कि अभी तक यात्रा को शुरू करने या फिर यात्रा को शुरू करने के बाद किन प्रोटोकॉल्स का पालन होना है. किसी तरह के दिशानिर्देश सामने नहीं आए हैं. तो ऐसे में यात्रा शुरू होगी या नहीं इसपर अभी कुछ कह पाना मुश्किल है. बोर्ड का दावा है कि इस यात्रा के लिए देश भर से करोड़ों यात्री साल भर में कटरा पहुंचते हैं, जिनकी सुरक्षा बोर्ड की प्राथमिकता है और जब तक इस बाबत कोई साफ़ दिशानिर्देश जारी नहीं होते, तब तक यात्रा शुरू करने को लेकर संशय बना रहेगा.
दरअसल, यात्रा का संचालन करने वाले बोर्ड के मुखिया राज्य के उपराज्यपाल हैं, जो इस बोर्ड के 7 अन्य सदस्यो के साथ मिलकर इस यात्रा को लेकर अहम फैसले लेते हैं. श्री माता वैष्णो देवी बोर्ड के इन्हीं 8 सदस्यों के पास यात्रा को लेकर हर बड़ा फैसले करने का अधिकार है, जिनमें यात्रा को दोबारा शुरू करना भी शमिल है.
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