जम्मू: हिन्दू-मुस्लिम समुदाय ने मिलकर किया CAA का समर्थन, देश में शांति की अपील की
इस कानून के समर्थकों का दावा था कि वोटबैंक की राजनीति के खातिर कुछ राजनीतिक दल देश में हिन्दू और मुस्लिम को आपस में लड़ा रहे हैं. उनका कहना है कि देश के हिन्दू-मुस्लिम को एक साथ आने और भाईचारे से रहने की ज़रुरत है.
जम्मू: जम्मू में शनिवार को हिन्दू और मुस्लिम समुदाय ने मिलकर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया और देश में हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की अपील की. इस कानून के समर्थकों का दावा था कि वोटबैंक की राजनीति के खातिर कुछ राजनीतिक दल देश में हिन्दू और मुस्लिम को आपस में लड़ा रहे हैं.
'नागरिकता संशोधन कानून मुस्लिम विरोधी नहीं और इससे विदेशी जायेंगे हिंदुस्तानी नहीं'- यह कुछ ऐसे नारे हैं जिनके पोस्टर लेकर जम्मू में हिन्दू और मुस्लिम समुदायों ने मिलकर इस नए कानून का समर्थन किया. इन समर्थकों ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से भी सवाल किया कि अगर वो अपनी सरकार में देश में नागरिकता संशोधन बिल लाने वाले थे, तो फिर अब उसका विरोध क्यों कर रहे हैं.
इस कानून के समर्थन में उतरे हिन्दू समुदाय ने पूछा कि नमाज़ के बाद कौन वाहन जलाता है, तिरंगा हाथ में लेकर लोगों को कौन मारता है? बिना किसी का नाम लिए हिन्दू समर्थकों का आरोप था कि कुछ राजनीतिक दल इस मुद्दे को गर्म रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश का हिन्दू मुस्लिम एक है और किसी को भी राजनीतिक दलों के बहकावे में नहीं आना चाहिये.
वहीं, इस समर्थन रैली में शामिल मुस्लिम समुदाय के शेह्ज़ाद का कहना है कि देश में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा होना चाहिये और जो लोग इस देश के नहीं हैं उन्हें इस देश में क्यों रहने दिया जाना चाहिए. उनका कहना है कि देश में जो रहा है वो गलत हो रहा है. वहीं, इस रैली में शामिल फ़ारूक़ ने बताया कि जो इस देश का नागरिक है उसे घबराने की ज़रुरत नहीं है. उनका कहना है कि देश के हिन्दू-मुस्लिम को एक साथ आने और भाईचारे से रहने की ज़रुरत है.
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