नई दिल्ली: कोरोना वायरस के दौर में भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में आज घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने एक आतंकी को मार गिराया. आंतकी के पास से AK-47 बरामद हुआ है. सेना ने बताया कि तीन-चार आतंकियों का दल घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था. पूरे इलाके में अन्य आतंकियों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.


बता दें कि इससे पहले उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एलओसी पर नौगाम सेक्टर में गत 11 जुलाई को घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने दो घुसपैठियों को मार गिराया था.





'ऑपरेशन ऑल आउट' से घबराए जैश की नई रणनीति


जम्मू कश्मीर में जारी ऑपरेशन आल आउट की सफलता से घबरायी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अब भारत ने आतंक फ़ैलाने की एक नयी रणनीति तैयार की है. आईइसआई ने जम्मू कश्मीर में आतंक को फ़ैलाने की की कमान जैशे मोहम्मद के युवराज और संगठन मुखिया मौलाना मसूद अज़हर के बेटों को दी है. जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को ऑपरेशन आल आउट में ज़बरदस्त कामयाबी मिल रही है और इस साल अब तक आतंकियो के कई टॉप कमांडरो समेत 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है. सुरक्षाबलों को मिल रही इस कामयाबी से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को तगड़ा झटका लगा है.


आईएसआई अब भारत में और विशेष तौर से जम्मू कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनो में कई बदलाव कर रहा है. खुफिया एजेंसियो की माने तो आईएसआई ने जम्मू कश्मीर में आतंक को फ़ैलाने का ज़िम्मा अब लश्कर के प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर के बेटे वली, अज़हर और उनके के करीबी मौलाना इमादहुल्लहा मक्की को दिया है. सूत्रों की माने को इस काम में वली और अज़हर की मदद के लिए आईएसआई ने मौलाना इमादहुल्लहा मक्की को चुना है.


मक्की लाहौर, साहिवाल और गुजरात (पाकिस्तान) इलाके में जेल में बंद जैश के बडे आतंकियो को छुड़ाने की फ़िराक़ में है, ताकि इनका इतेमाल से भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम दे सके। सूत्रों की माने को आईएसआई ने अब जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए जम्मू के साम्बा ज़िले के हीरानगर बॉर्डर को चुना है.


आईएसआई और पाकिस्तानी सेना की मदद से अब जेल में बंद इन आतंकियों को छुड़ाने के बाद जम्मू में हीरानगर सेक्टर से सटे शक्करगढ़ इलाके में बने लॉन्चपैड में लाया जायेगा जहाँ से युद्धविराम उल्लंघन की आड़ में इन आतंकियों को भारत में भेजने की तैयारी की जा रही है.


सूत्रों का दावा है कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के एक एक साल पूरे होने के आस पास पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में किसी बड़े हमले को आजम दे सकता है. गौरतलब है कि हाल ही में सेना प्रमुख ने जम्मू में अग्रिम लोकेशन का दौरा भी किया था.