श्रीनगर में रविवार को बटमालू इलाके में एक पुलिसकर्मी की अज्ञात आतंकियों ने गोली मार कर हत्या कर दी है. घटना के 17 घंटे बीत जाने के बाद भी इस हत्या की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली.


वहीं, पुलिस भी अब तक हमलावरों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकी है. 29 साल के पुलिस कांस्टेबल तौसीफ वाणी का परिवार इन्साफ की गुहार लगा रहा है. बताया जा रहा है कि, 7 नवम्बर की शाम करीब सवा सात बजे कुछ अज्ञात हमलावरों ने 29 साल के तौसीफ को उनके घर के बाहर उस समय गोली का निशाना बनाया जब वो अपने बच्चों के लिए चिप्स खरीद रहे थे. हमलवारों ने तौसीफ को दूकान पर पहले आवाज़ दी थी और बाद में उनके सर में पीछे की तरफ से गली मार दी.


इलाज के दौरान हुई मौत


तौसीफ को श्रीनगर के SMHS अस्पताल ले जाया गया और ऑपरेशन थिएटर में उसकी सर्जरी करने के दौरान तौसीफ कि मृत्यु हो गई. परिवार अब पूरी घटना की जांच और इंसाफ की मांग कर रहा है क्यूंकि तौसीफ इस समय ना तो किसी थाने में ही तैनात था और ना ही जम्मू कश्मीर पुलिस के आतंक विरोधी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का हिस्सा था. वह पुलिस मुख्यालय में ड्यूटी पर था और पुलिस बैंड में तैनात था.


SPO के तौर पर भर्ती हुआ था तौसीफ


तौसीफ 2009 में जम्मू कश्मीर पुलिस में SPO के तौर पर भर्ती हुआ था और 12 साल के बाद पिछले साल ही तौसीफ की नियुक्ति को सिथाई हो गई थी और करीब एक साल की ट्रेनिंग पूरी करके तौसीफ अगस्त महीने में ही वापस लौटा था.


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